Lok Sabha Elections 2019: गुजरात में सिर्फ भरूच से ही मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में
Lok Sabha Elections 2019. गुजरात के भरूच में शेरखान को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया गया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात में मुस्लिम आबादी नौ फीसद है। 1981 में राज्य में नौ मुस्लिम विधायक हुआ करते थे। लेकिन अब तीन ही रह गए हैं। लगभग 16 विधानसभाओं में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या डेढ़ से ढाई लाख है, लेकिन एकमात्र भरूच से ही मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में है। गुजरात को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हिंदू की प्रयोग शाला मानता है और बीते तीन दशक में आरएएस व भाजपा ने प्रदेश में कई तरह के प्रयोग किए हैं। इसी का परिणाम है कि भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल पर आज एक भी मुस्लिम जनप्रतिनिधि नहीं गिना जाता।
स्थानीय निकाय चुनाव को छोड़ दिया जाए तो विधानसभा, राज्यसभा या लोकसभा में भाजपा की ओर से मुस्लिम समुदाय का जनप्रतिनिधिय शून्य है। भाजपा ने बीते कुछ वर्षों में उतर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी इसी फार्मुले से चुनाव लड़ा है। गत विधानसभा चुनाव में राजस्थान में पार्टी को टोंक सीट से एक मुस्लिम प्रत्याशी को उतारना पड़ा था। लेकिन गुजरात में इस तरह की कोई संभावना नहीं है।
राज्य की अहमदाबाद पूर्व, जामनगर, साबरकांठा, छोटाउदयपुर, सूरत, नवसारी, बडौदा, जूनागढ व आणंद संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सवा लाख से पौने दो लाख तक है। अहमदाबाद पश्चिम, खेड़ा, पंचमहाल में दो से ढाई लाख मुस्लिम मतदाता है। भरूच में सबसे अधिक साढ़े तीन लाख मुस्लिम मतदाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल लंबे समय तक भरूच संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। इस चुनाव में भी एक मरतबा उनके चुनाव लड़ने की अटकलें थीं। लेकिन कांग्रेस आला कमान ने केंद्रीय नेतृत्व में उनकी आवश्यकता को देखते हुए इस फैसले को टाल दिया। भरूच में शेरखान को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है।
लोकसभा में भाजपा की ओर से 1984 में एक मुस्लिम सांसद चुना गया, जबकि कांग्रेस की ओर से लोकसभा सदस्य के रूप में 1984 में अहमद पटेल व एहसान जाफरी मुस्लिम सांसद के रूप में चुने गए थे। इसके बाद भी कांग्रेस भरूच सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में ला रही है। लेकिन जीता नहीं सकी। राज्यसभा सदस्य के रूप में वरिष्ठ नेता अहमद पटेल केंद्र की राजनीति में गुजरात के मुस्लिम समुदाय के एक मात्र जनप्रतिनिधि रह गए हैं।
विधानसभा चुनाव में भी भाजपा किसी मुस्लिम को टिकट नहीं देती है, जबकि कांग्रेस की टिकट पर चुने गए तीन मुस्लिम विधायक विधानसभा के सदस्य हैं। दरियापुर से ग्यासुद्दीन शेख, जमालपुर से इमरान घेड़ावाला, तथा वाकोनेर से मोहम्मद जावेद पीरजादा शामिल हैं।