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गिरिडीह सीट अाजसू के खाते में जाने के बाद अब भाजपाइयों को साधने का प्रयास

गिरिडीह लोस सीट आजसू के खाते में जाने के बाद अब पार्टी के पास भाजपा के कार्यकर्ताओं को साधने का काम चुनौती भरा है। जाहिर तौर पर यह पार्टी के स्थानीय नेताओं के वश की बात नहीं है।

By Deepak PandeyEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 04:32 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 04:32 PM (IST)
गिरिडीह सीट अाजसू के खाते में जाने के बाद अब भाजपाइयों को साधने का प्रयास
गिरिडीह सीट अाजसू के खाते में जाने के बाद अब भाजपाइयों को साधने का प्रयास

जागरण संवाददाता, बोकारो: गिरिडीह लोकसभा सीट आजसू के खाते में जाने के बाद अब पार्टी के पास भाजपा के कार्यकर्ताओं को साधने का काम चुनौती भरा है। जाहिर तौर पर यह पार्टी के स्थानीय नेताओं के अंदर की बात नहीं है। गिरिडीह लोकसभा में इसके लिए प्रदेश स्तर पर समीकरण एवं समन्वय बनाने की जरूरत होगी।

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सांसद रवींद्र कुमार पांडेय समर्थक भाजपा नेताओं के विरोधी स्वर आजसू के रणनीतिकारों को परेशान कर रहा है। यही वजह है कि आजसू पार्टी व उसके नेता इस लाइन पर काम करना प्रारंभ कर चुके हैं। फिलहाल बोकारो जिले के हिस्से के गोमिया, बेरमो व डुमरी विधानसभा की देखरेख की जवाबदेही गोमिया में विधानसभा उपचुनाव लड़ चुके डॉ. लंबोदर महतो के जिम्मे है। पार्टी सूत्रों की माने तो प्रथम कड़ी में भाजपा के वैसे कार्यकर्ताओं से तत्काल संपर्क साधा जा रहा है, जो पार्टी में तो हैं, लेकिन सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के समर्थक नहीं माने जाते हैं। दूसरे चरण में जिलाध्यक्ष बिनोद महतो के माध्यम से भाजपा के मूल संगठन तथा इसके बाद प्रदेश स्तर से संघ एवं उनके अनुसंगी इकाईयों को साथ लाने की कोशिश होगी।

इस मुद्दे पर जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का कहना है कि 13 लोकसभा में आजसू पार्टी की जवाबदेही है तो एक में भाजपा की। दोनों साथ मिलकर चल रहे हैं तो किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी।

भाजपा के नेटवर्क पर ही लडऩा होगा चुनाव: गिरिडीह संसदीय सीट भले ही आजसू के खाते में चली गई हो, लेकिन पार्टी के पास छह विधानसभा में गोमिया व टुंडी को छोड़ दें तो सभी स्तर पर कार्यकर्ताओं का नेटवर्क भी नहीं है। ऐसे में आजसू का पूरा प्रचार एवं बूथ मैनजमेंट भाजपा के नेटवर्क पर आधारित रहने वाला है। केवल मतदान केंद्र पर कार्यकर्ताओं की बात करें तो गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में कुल छह विधानसभा में 2163 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रति मतदान केंद्र यदि 10 कार्यकर्ताओं को भी लगाना होगा तो 21630 समर्पित कार्यकर्ताओं को सीधे तौर पर जोड़ना होगा, जो आजसू पार्टी के लिए तत्काल संभव नहीं है। ऐसे में पार्टी के नेतृत्व का पूरा फोकस भाजपा व उसके सहयोगी संगठनों के प्रमुख नेताओं को साथ में लाने का चल रहा है। इसी कड़ी में गत माह आजसू की ओर से जैनामोड़ में कार्यालय भी खोला गया है, जहां से पूरे संसदीय क्षेत्र को नियंत्रित किया जा सके।

किस विधानसभा में कितने हैं वोटर

1. गिरिडीह : 255187

2. डुमरी : 260668

3. गोमिया : 268468

4. बेरमो : 301387

5. टुंडी : 270127

6. बाघमारा : 273550

कहां कितने मतदान केंद्र

1. गिरिडीह- 369

2. डुमरी- 373

3. गोमिया- 341

4. बेरमो- 356

5. टुंडी- 369

6. बाघमारा- 355


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