चुनावी किस्सा: जब इस दिग्गज उद्योगपति ने हेलीकॉप्टर से गिरवाई थी प्रचार सामग्री, राज कपूर ने भी मांगे थे वोट, रिजल्ट रहा हैरान करने वाला
Lok Sabha Election 2024 हरियाणा की गुड़गांव लोकसभा सीट पर 1971 के चुनाव में एक रोचक किस्सा हुआ था। यहां से चुनाव मैदान में दिग्गज उद्योगपति हरप्रसाद नंदा निर्दलीय उतरे थे। उनका प्रचार करने दिग्गज अभिनेता राज कपूर आए थे। हेलीकॉप्टर से चुनाव सामग्री को गिरवाया गया था। नंदा एस्कार्ट्स कंपनी के मालिक थे। देश विभाजन के बाद उन्होंने फरीदाबाद को अपनी कर्मभूमि बनाई थी।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद। अब तक हुए लोकसभा चुनावों का इतिहास अपने पन्नों में रोचक किस्से-कहानियां समेटे हुए है। इन्हीं में एक है वर्ष 1971 में हुआ पांचवीं लोकसभा का चुनाव और दूसरा 1984 का लोकसभा चुनाव। वर्ष 1971 में तब फरीदाबाद अलग जिला नहीं बना था और संसदीय क्षेत्र के रूप में यह गुड़गांव लोकसभा सीट का हिस्सा था।
देश विभाजन के समय लाहौर से आकर फरीदाबाद को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले और एस्कार्ट्स के नाम से कारखाना स्थापित कर औद्योगिक नगरी के हजारों युवाओं को रोजगार देने वाले हरप्रसाद नंदा ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में ताल ठोकी थी।
एस्कार्ट्स कारखानों में तब ट्रैक्टर व राजदूत मोटरसाइकिलों का उत्पादन होता था। राजदूत तब सबसे ज्यादा बिकने वाली मोटरसाइकिल हुआ करती थी। तब एस्कार्ट्स के यह कारखाना फरीदाबाद की मदर यूनिट यानी मातृ इकाई हुआ करता था। इस नाते घनी आबादी वाले फरीदाबाद के हजारों लोगों की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आजीविका एस्कार्ट्स से ही चलती थी।
इस वजह से चुनाव लड़े थे नंदा
एस्कार्ट्स कारखाने के पुराने कर्मियों के यशपाल जयसिंह के अनुसार उनके पिता मिलाप जयसिंह कारखाना मालिक एचपी नंदा के चुनाव प्रचार का हिस्सा थे। एचपी नंदा का सोच बेहद स्पष्ट व साफ था कि फरीदाबाद का बेहतर तरीके से व तीव्र गति से विकास हो सके। वह इस बाबत लोकसभा में पहुंचकर आवाज उठा सकें, इसी उद्देश्य से उन्होंने चुनाव लड़ा था। यह अलग बात है कि उन्हें मतदाताओं की ओर से निराशा ही हाथ लगी। एचपी नंदा चुनाव में चौथे नंबर पर रहे थे और उन्हें 13609 वोट ही मिले थे।
राज कपूर भी प्रचार में उतरे थे
उन्होंने अपने प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर का सहारा लिया था और उसके जरिये पूरे संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार सामग्री गिरवाई थी। एचपी नंदा के चुनाव प्रचार में बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर भी फरीदाबाद आए थे। राज कपूर की बहन ऋतु की शादी एचपी नंदा के बेटे राजन नंदा से हुई थी। इस चुनाव में कांग्रेस के तैयब हुसैन 199333 वोट लेकर सांसद बने थे, जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी के. नरेंद्र रहे थे, जिन्हें 131391 वोट मिले थे।
चेतीलाल वर्मा ने निकाली थी विशाल रैली
एक और प्रसिद्ध उद्यमी व पलवल के गांव छज्जूनगर में जाट परिवार में जन्मे चेतीलाल वर्मा कांटिनेंटल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक थे। चेतीलाल वर्मा ने 1984 में फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से भाग्य आजमाया था। यह चुनाव इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हो रहा था, इसलिए कांग्रेस की जबरदस्त लहर थी। रहीम खान कांग्रेस के प्रत्याशी थे और उनके प्रचार में तब राजीव गांधी आए थे। खैर चुनावी रण में उतरे चेतीलाल वर्मा ने विशाल रैली निकाली थी।
परिणाम में पलटा चेतीलाल का पांसा
बुजुर्ग 90 वर्षीय गणेश दास के अनुसार इस रैली में कई किमी तक ट्रक शामिल थे और उसमें लोग सवार थे। रैली देखने वाले कहने लगे थे कि अगर ट्रकों में सवार लोग व ड्राइवर-क्लीनर के स्वजन व सगे संबंधी ही वोट दें तो चेतीलाल वर्मा चुनाव जीत जाएं। किंतु जब चुनाव के बाद मतगणना के लिए मतपेटियां खुलीं तो उसमें कांग्रेस की सहानुभूति लहर काम कर गई थी। चुनाव जीते थे कांग्रेस के रहीम खान, जिन्हें 285214 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस-जे के प्रत्याशी तैयब हुसैन को 150843 वोट और चेतीलाल वर्मा को 32228 वोट मिले, वह चौथे नंबर पर थे।
मैंने 35 साल तक एस्कार्ट्स में नौकरी की है और मैं स्वयं अपने कारखाना मालिक नंदा के प्रचार का हिस्सा था। फैक्ट्री से कर्मचारियों की बस भरकर पलवल जाती थी और वहां हमने कैंप क्षेत्र में भी प्रचार किया। एनआईटी तीन नंबर में भी कार्यालय खोला था, वहां भी बैठने की हमारी ड्यूटी हुआ करती थी। नंदा फरीदाबाद के विकास के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे, पर चुनावी डगर उनके लिए कठिन थी। चरणजीत लाल अरोड़ा, निवासी एनआईटी।
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