General Election 2019: प्रियंका से चमत्कार की उम्मीद में छोड़ी योगी के विधायक ने भाजपा
अवतार भड़ाना ने विधायक और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उनकी विधानसभा की सदस्यता स्पीकर के समक्ष पेश होकर त्यागपत्र देने के बाद ही खत्म होगी।
फरीदाबाद [बिजेंद्र बंसल]। कांग्रेस में प्रियंका गांधी के महासचिव के रूप में कार्यभार संभालने के बाद किसी बड़े राजनीतिक चमत्कार की उम्मीद में पूर्व सांसद और उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अवतार भड़ाना ने पार्टी को अलविदा कहा है। अवतार भड़ाना के लिए पार्टी छोड़ने का क्रम नया नहीं है। वे इससे पहले भी अपने लिए सुरक्षित राजनीतिक दुर्ग तलाशते हुए कई दलों का सफर तय कर चुके हैं। अब कांग्रेस में शामिल होकर यही कह रहे हैं कि उन्होंने घर वापसी की है। अवतार सिंह भड़ाना ने विधायक और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। हालांकि अवतार की विधानसभा की सदस्यता स्पीकर के समक्ष पेश होकर त्यागपत्र देने के बाद ही खत्म होगी।
फरीदाबाद से भाजपा की टिकट मांग रहे थे अवतार भड़ाना
अवतार भडाना फ़रीदाबाद लोक सभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे मगर पार्टी से केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की टिकट काटने की हरी झंडी न मिलने के कारण उन्होंने कांग्रेस की ओर रुख किया है । 2014 का फरीदाबाद से लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर भारतीय जनता पार्टी के कृष्णपाल गुर्जर के सामने क़रीब 4.67 लाख वोटों से हारने के बाद अवतार इंडियन नेशनल लोकदल में शामिल हो गए थे। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मौजूदा केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष शामिल हो गए ।
अवतार की पत्नी ममता और कांग्रेस नेता नाना पटोले की रही अहम भूमिका
सूत्रों की माने तो अवतार को कांग्रेस में शामिल कराने के पीछे उनकी पत्नी ममता भड़ाना और महाराष्ट्र से कांग्रेस नेता एवं खेत किसान मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले की अहम भूमिका रही। ममता ने प्रियंका दरबार में और पटोले ने राहुल दरबार में अवतार की पैरवी की। भड़ाना के भाजपा में शामिल होने पर भी ममता कांग्रेस में ही सक्रिय रही थीं।
- अवतार भड़ाना का राजनीतिक सफर
- 1988 में बिना विधायक तत्कालीन हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने अवतार भड़ाना को 6 माह के लिए शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री बनाया
- 1989 में दौसा से जनता दल की टिकट पर कांग्रेस नेता राजेश पायलट के सामने चुनाव हारे
- 1991 में फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट पर पहली बार सांसद बने
- 1996 में फरीदाबाद से भाजपा के रामचंद्र बैंदा से चुनाव हारे
- 1998 में फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट न मिलने पर समाजवादी जनता पार्टी की टिकट पर भाजपा के रामचंद्र बैंदा से चुनाव हारे
- 1999 में मेरठ लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर दूसरी बार सांसद बने
- 2004 में फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट पर तीसरी बार सांसद बने
- 2009 में फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट पर चौथी बार सांसद बने
- 2014 में फरीदाबाद में कांग्रेस की टिकट पर भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर से 4.67 लाख मतों से चुनाव हारे
- 2015 में कांग्रेस छोड़कर हरियाणा की इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी में शामिल हो गए
- 2016 में अवतार इनेलो छोड़ भाजपा में शामिल हुए और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य बने
- 2017 में अवतार भड़ाना उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर विधायक बने