EVM के जरिए चुनाव आयोग पर हमला करना गलत : एस वाई कुरैशी
कुरैशी ने कहा कि ईवीएम को फूलप्रूफ बनाने की दिशा में एक और नई पहल वीवीपैट के रूप में की जा चुकी है जिससे मतदान की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
नई दिल्ली, आमोद कुमार। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने jagran.com के साथ खास बातचीत में कहा कि किसी भी तरह से चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करना गलत है। कुरैशी ने ईवीएम को फूलप्रूफ बताया और कहा कि अगर ईवीएम में छेड़छाड़ संभव होती तो ये एक पार्टी जो सत्ता में होती है, वो कभी हारती ही नहीं। हालांकि ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग पर हमला कोई नई बात नहीं है, जो भी पार्टियां चुनाव में शिकस्त खाती हैं वो अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ती हैं और इससे कोई भी पार्टी अछूती नहीं है।
कुरैशी ने कहा कि ईवीएम को फूलप्रूफ बनाने की दिशा में एक और नई पहल वीवीपैट के रूप में की जा चुकी है, जिससे मतदान की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया जा सकेगा। हाल में लंदन में ईवीएम को हैक करने के दावे भी सफल नहीं रहे। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हैकर थोथी दलील देता रहा मगर जब हैक करने की बारी आई तो नदारद हो गया।
कुरैशी ने नोटा के उपयोग को अंशकालिक या सीमित उपयोग तक ही इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का वोट सबसे बड़ा हथियार होता है और नोटा का प्रतिशत अगर बढ़ता है तो लोकतंत्र कमजोर होता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि शीर्ष कोर्ट ने भी नोटा की भूमिका को सीमित रखने की बात कही है। उन्होंने एक उदाहरण के जरिए कहा कि अगर किसी चुनाव क्षेत्र में किसी उम्मीदवार को 100 में से 1 वोट मिलता है और 99 नोटा को पड़ता है, तो सोचिए इसका हश्र क्या होगा।
कुरैशी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में चुनाव कराना कोई मामूली बात नहीं है, बल्कि देश का सबसे बड़ा इवेंट मैनेजमेंट का कार्यक्रम होता है। इसकी सफलता का पैमाना इसमें शत-प्रतिशत सफलता हासिल करना ही एकमात्र लक्ष्य होता है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने jagran.com के चुनाव अभियान 'मेरा पावर वोट' और चुनाव 360 (विशेष कवरेज) की जमकर तारीफ की और कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में दैनिक जागरण की ये पहल काफी कारगर साबित होगी। इससे मतदाताओं में जागरूकता और उत्साह का प्रसार होगा।