Lok Sabha Election 2024: कैसे चलेगा गठबंधन? खुलकर सामने आई गांठ, आप प्रत्याशियों के नामांकन में नहीं पहुंच रहे कांग्रेसी
Lok Sabha Election 2024 दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडी गठबंधन के तहत एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों में सीटों का बंटवारा भी हुआ है लेकिन ऐसा लगता है कि गठबंधन केवल नेतृत्व के स्तर पर ही है जमीन पर इसका असर नहीं दिख रहा क्योंकि आप प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान कांग्रेस का प्रदेश स्तर का कोई नेता नहीं पहुंचा।
अजय राय, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में आप के साथ मिलकर मैदान में उतरी कांग्रेस में उठे विरोध के स्वर अभी भी शांत दिखाई नहीं दे रहे हैं। गठबंधन को एकजुट करके चुनाव मैदान में भाजपा से दो-दो हाथ करने के लिए दोनों दलों ने समन्वय समिति का गठन तो कर लिया है। लेकिन, नामांकन के दौरान इसका असर दिखाई नहीं दिया।
स्थिति यह रही कि नामांकन के दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेता आप के प्रत्याशियों से जो दूरी बनाकर चल रहे थे, वह शनिवार को भी बनी रही। कांग्रेस का कोई बड़ा नेता आप प्रत्याशियों के नामांकन में नहीं पहुंचा। यह अलग बात है कि आप के शीर्ष नेतृत्व वाले नेता कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन में पहुंचकर एकजुटता का संदेश देते दिखाई दिए।
पहुंच रहे 'आप' के नेता
गठबंधन का एलान होने के साथ ही कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया था। इसका असर पार्टियों की हर गतिविधि में दिखाई दे रहा है। दोनों दलों के कार्यकर्ता न तो रैली या रोड-शो और न ही नामांकन में साथ दिख रहे हैं। यह जरूर है कि कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन में आप के प्रदेश स्तरीय नेता पहुंच रहे हैं।
उत्तर-पश्चिमी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी उदित राज के नामांकन में दिल्ली के आप संयोजक गोपाल राय समेत क्षेत्र के सभी विधायक मौजूद थे। चांदनी चौक से कांग्रेस प्रत्याशी जेपी अग्रवाल के नामांकन में दो आप विधायक पवन शर्मा व वंदना कुमारी थीं और विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल और दिल्ली सरकार में कैबिनट मंत्री इमरान हुसैन जिला निर्वाचन कार्यालय में मौजूद रहे।
कांग्रेसी नदारद
वहीं, शनिवार को आप के खाते वाली तीन सीटों पर प्रत्याशियों ने नामांकन किया, इसमें कहीं कांग्रेसी नदारद दिखे तो कहीं गिने-चुने कार्यकर्ताओं के भरोसे एकजुटता दिखाने का प्रयास किया गया। नई दिल्ली से आप प्रत्याशी सोमनाथ भारती के नामांकन में कांग्रेस का कोई झंडाबरदार नहीं दिखा। पूर्वी दिल्ली से आप प्रत्याशी कुलदीप कुमार के रोड शो में भी कांग्रेसी नेता नदारद रहे।
एक जगह जरूर अपना स्वागत मंच बनाया था और स्वागत के नाम पर अपनी भूमिका की इतिश्री कर ली। पश्चिमी दिल्ली सीट से आप प्रत्याशी महाबल मिश्रा के नामांकन में कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता जरूर नजर आए। चूंकि महाबल मिश्रा पूर्व कांग्रेसी हैं और इसी क्षेत्र से सांसद रहे हैं, तो उनके व्यक्तिगत व्यवहार पर भी कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता दिखे।
मिलकर लड़ने की अपील
हालांकि, भीड़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपस्थित भी जोरदार नहीं रही। इससे पहले दक्षिणी दिल्ली से आप प्रत्याशी सहीराम पहलवान के नामांकन में गिने-चुने कांग्रेस कार्यकर्ता नजर आए थे। अब आप के खाते वाली चारों सीटों पर प्रत्याशी नामांकन कर चुके हैं, लेकिन किसी भी प्रत्याशी के नामांकन में कांग्रेस का प्रदेश स्तर के पदाधिकारी नहीं पहुंचे।
ये स्थिति तब है जब आप और कांग्रेस नेताओं के बीच उच्चस्तरीय बैठक में तय हुआ है कि गठबंधन दिखावे के लिए नहीं, बल्कि साथ महासमर में उतरने के लिए है। समन्वय स्थापित करने की बात कही जा रही है। इस बैठक के अगले दिन ही तीन आप प्रत्याशियों ने नामांकन किया और कांग्रेस के प्रदेशस्तर के नेता गायब दिखे।
दिल्ली की सात सीटों पर आप और कांग्रेस में गठबंधन हुआ है। इसके तहत आप के खाते में चार सीटें गई हैं। इनमें नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली संसदीय सीट है। वहीं कांग्रेस तीन सीटें उत्तर-पश्चिमी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और चांदनी चौक मिली है।
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