EXCLUSIVE Interview: नवीन जिंदल ने खोला राज, क्यों नहीं लड़े कुरुक्षेत्र से इस बार चुनाव
EXCLUSIVE Interview में पूर्व सांसद व प्रमुख उद्योगपति नवीन जिंदल ने बताया वह क्यों कुरुक्षेत्र से इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के सवाल पर कहा...
कुरुक्षेत्र [बलवान शर्मा]। पूर्व सांसद एवं प्रमुख उद्योगपति नवीन जिंदल का कुुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना लोगों के लिए पहेली बना हुआ है। अब जिंदल ने इस पर खुलकर अपनी बात रखी है। भिवानी हवाई पट्टी से लेकर हांसी चौक तक सफर के दौरान दैनिक जागरण ने उनसे तमाम विषयों पर बातचीत की। प्रस्तुत है उनसे बातचीत पर आधारित अंशः
आपने कुरुक्षेत्र का मैदान क्यों छोड़ दिया?
-मैने कुरुक्षेत्र का रण छोड़ा नहीं है। फिलहाल कुछ परिस्थितियां ऐसी थीं कि चुनाव नहीं लड़ पा रहा हूं। कुरुक्षेत्र के मैदान में तो मैं हूं ही, साथ ही हर क्षेत्र में जाकर प्रचार कर रहा हूं। निर्मल मेरे बड़े भाई हैं और मैं पूरी तरह से कंधे से कंधा मिलाकर प्रचार कर रहा हूं।
चर्चा थी कि आप कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं?
-मैं कांग्रेस में था और कांग्रेस में हूं। कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहा हूं। जितने मुंह उतनी बातें होती हैं। तो मैं लोगों की जुबान पर ताले नहीं लगा सकता हूं।
क्या आप हिसार में भी प्रचार करेंगे?
-हिसार से मेरी मां जी तीन बार विधायक रही हैं, मंत्री रही हैं। वह डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर रही हैं। जहां पर मेरी मां जी जा रही हैं तो मुझे जाने की जरूरत नहीं है। हां यदि मुझे बुलाया गया तो मैं भी जाऊंगा।
भाजपा ने मनोहरलाल को गैर जाट सीएम बनाकर दाव खेला। क्या कांग्रेस आप पर दाव खेल सकती है?
-यह जनता पर निर्भर करता है। पार्टी पर निर्भर करता है। कौन सीएम होंगे, यह व्यक्ति की क्षमता पर निर्भर करता है। जिसको पार्टी चाहे जनता चाहे, बहुत सी अन्य बातों पर भी निर्भर करता है।
क्या मानते हैं कि देश में मोदी लहर चल रही है?
-मैं मानता हूं कि कोई लहर नहीं है और लोग भाजपा सरकार से पूरी तरह से ऊब चुके हैं। उन्हें काम चाहिए। कांग्रेस जो कहती है, वह करती है। न्याय स्कीम के तहत हर गरीब परिवार 12 हजार रुपये से कम आमदनी वाले परिवारों को 6 हजार रुपये प्रतिमाह यानि 72 हजार रुपये सालाना देगी। 5 करोड़ परिवारों की यानि की 25 करोड़ लोगों के लिए यह न्याय स्कीम निकाली है, उससे लोग खुश हैं और कांग्रेस की सरकार बनेगी।
नोट बंदी व जीएसटी से देश पर क्या प्रभाव पड़ा?
-नोटबंदी से कोई लाभ नहीं हुआ है। पूरे देश के अंदर सभी वर्गों को क्षति हुई। जीएसटी 10-15 साल पहले लागू हो जाना चाहिए था। कांग्रेस ने लागू करने का प्रयास भी किया था, लेकिन तब भाजपा ने रोड़ा अटका दिया था। जीएसटी बुरा नहीं है। इसकी कमियों को दूर करना चाहिए।
देश में कांग्रेस की स्थिति कैसी देख रहे हैं?
-मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस का पहले से बहुत अच्छा होगा और भाजपा का पिछली बार से बहुत बुरा प्रदर्शन होगा।
हरियाणा में कांग्रेस कितनी सीटों पर जीत रही है?
-करीब 6-7 सीटें कांग्रेस जीत रही है।
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