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Mumbai North Central Seat Result : अपने कार्यों के दम पर पूनम महाजन ने प्रिया दत्‍त को छोड़ा पीछे

Lok Sabha Election Result 2019 मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा सीट से भाजपा सांसद पूनम महाजन ने 54935 मतों के साथ कांग्रेस की प्रिया दत्‍त पीछे छोड़ा है। जानें क्‍या कहते हैं रुझान...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 23 May 2019 12:56 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 06:57 PM (IST)
Mumbai North Central Seat Result : अपने कार्यों के दम पर पूनम महाजन ने प्रिया दत्‍त को छोड़ा पीछे
Mumbai North Central Seat Result : अपने कार्यों के दम पर पूनम महाजन ने प्रिया दत्‍त को छोड़ा पीछे

नई दिल्‍ली, जेएनएन। Lok Sabha Election Result 2019 मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा सीट (Mumbai North Central Lok Sabha Seat) से भाजपा सांसद पूनम महाजन (Poonam Mahajan) ने 4,62,414 मतों के साथ कांग्रेस की प्रिया दत्‍त (Priya Dutt) को पीछे छोड़ दिया है। प्रिया दत्‍त 3,54,567 मतों के साथ दूसरे स्‍थान पर हैं। इस सीट से कुल 20 उम्‍मीदवार चुनाव मैदान में हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पूनम महाजन ने 1.86 लाख मतों के अंतर से प्रिया दत्‍त को हराया था। महाजन को 4,78,535 वोट मिले थे जबकि प्रिया दत्‍त ने 2,91,764 वोट हासिल किए थे।

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परिवार की सियासी विरासत बचाने में कामयाब दिख रहीं पूनम
पूनम महाजन भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की बेटी हैं, वहीं प्रिया दत्‍त दिवंगत अभिनेता व कांग्रेस नेता सुनिल दत्‍त (Sunil Dutt) की बेटी हैं। प्रिया दत्त इस क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुकी हैं। उससे पहले उनके पिता सुनील दत्त ने भी साल 1984 से 2004 के बीच पांच बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। वैसे मतदाताओं ने इनका आकलन इनके पिता की छवि से नहीं, बल्कि इनके काम और व्यवहार से किया है। यही वजह है कि इस चुनाव में पूनम महाजन अपने किए गए कार्यों के दम पर परिवार की सियासी विरासत बचा पाने में कामयाब होती दिख रही हैं।

अपने काम को लेकर जनता के बीच गई थीं पूनम महाजन
पूनम महाजन अपने पिछले पांच वर्षों के कामकाज को लेकर चुनाव मैदान में थीं। वहीं प्रिया दत्‍त 'लोकतंत्र बचाओ' के नारे के साथ उन्‍हें चुनौती दे रही थीं। भाजपा उम्‍मीदवार पूनम महाजन का दावा था कि कभी कांग्रेस का गढ़ रहे इस लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने अपनी गहरी पैठ बना ली है। उनका कहना था कि उन्‍होंने अपने कार्यकाल में स्थानीय लोगों के आवास के मुद्दे के समाधान और शौचालय निर्माण के लिए अपनी सांसद निधि खर्च की है। इस बार भाजपा का वोट शेयर पिछले बार के मुकाबले भी बढ़ने वाला है।

2014 की हार के बाद क्षेत्र से कट गई थीं प्रिया दत्‍त
राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, प्रिया दत्‍त के खिलाफ एक आम शिकायत यह है कि वह 2014 की हार के बाद निर्वाचन क्षेत्र से कट गई थीं। इसी कारण उन्‍हें मतदाताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपने पुराने संपर्क हासिल करने में जद्दोजहद करनी पड़ी थी। हालांकि, आज के नतीजों से यह साफ हो जाएगा कि उनको इस कोशिश में कितनी कामयाबी मिली है। गौर करने वाली बात यह है कि साल 2009 में कांग्रेस के ही टिकट पर प्र‍िया दत्त ने चुनाव जीता था। 

इसी सीट पर यह थे प्रमुख मुद्दे
लगभग 18 लाख मतदाताओं वाले निर्वाचन क्षेत्र में विले पार्ले, चांदिवली, कुर्ला, कलिना, बांद्रा पूर्व और बांद्रा पश्चिम के विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। मौजूदा चुनाव में इस सीट पर झुग्गी-झोपड़ियों के पुनर्वास और जर्जर इमारतों का पुनर्विकास प्रमुख मुद्दे थे। इन दोनों उम्‍मीदवारों के अलावा, इस लोकसभा सीट पर 20 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। क्षेत्र की छह में से तीन विधानसभा सीटें शिवसेना के पास, दो भाजपा के पास और सिर्फ एक सीट कांग्रेस के पास है। पूनम स्वयं भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और महाजन परिवार के संबंध ठाकरे परिवार से काफी मधुर रहे हैं। यही वजह थी कि इस चुनाव में भाजपा शिवसेना दोनों ने ही पूरी ताकत से पूनम के पक्ष में प्रचार किया था।

मराठी मतदाता निर्णायक
इस सीट पर मराठी मतदाता की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। यहां उत्‍तर भारतीय, गुजराती, मारवाड़ी, ईसाई और दक्षिण भारतीय मतदाता भी अच्‍छी संख्‍या में हैं। लेकिन, क्षेत्र में मुस्लिमों की आबादी पांच लाख से अधिक है। इस वर्ग के बीच सुनील दत्त की लोकप्रियता ही उन्हें इस क्षेत्र से अजेय बना देती थी। यही वर्ग पहले भी प्रिया दत्त की ताकत बनता रहा है। लेकिन, इस बार मराठी मतदाता निर्णायक साबित होते दिखाई दे रहे हैं। उन्‍होंने पूनम महाजन के पक्ष में अपना रुझान दर्शाया है।  

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