Lok Sabha Elections 2019: बंगाल के रायगंज में माकपा ने 15 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की
Mohammed Salim. पश्चिम बंगाल में रायगंज संसदीय क्षेत्र से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने रिटर्निंग ऑफिसर को पत्र लिखकर 15 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की है।
कोलकाता, एएनआइ। पश्चिम बंगाल में रायगंज संसदीय क्षेत्र से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने रिटर्निंग ऑफिसर को पत्र लिखकर 15 बूथों पर फिर से मतदान कराने की मांग की है।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में वीरवार को भी भारी मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक औसत 77 फीसद मतदान हुआ। तीन संसदीय सीटों में सर्वाधिक मतदान जलपाईगुड़ी में 82.76 फीसद हुआ जबकि दार्जिलिंग में 72.14 फीसद और रायगंज में 73.31 फीसद मतदान हुआ। निर्धारित समय शाम छह बजे के बाद भी मतदाता कतार में खड़े दिखे, लिहाजा मतदान फीसद में इजाफा तय है।
गुरुवार सुबह सात बजे से तीन जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी व उत्तर दिनाजपुर की तीन लोकसभा सीटों पर मतदान शुरू हुआ। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के दावों के बावजूद मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुईं। रायगंज से माकपा प्रत्याशी मोहम्मद सलीम की गाड़ी पर हमला, ईवीएम में तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। इन सबके बीच वोटरों ने जमकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। महिलाओं व पुरुषों ने समान रूप से उत्साह के साथ वोट डाला।
पथराव व लाठीचार्ज
सुबह सात बजे से मतदान शुरू होते ही विभिन्न बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लग गई थीं। कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें आने लगीं, जिस कारण वहां मतदान शुरू होने में विलंब हुआ। वहीं, कुछ जगहों से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं। इसे लेकर भाजपा, तृणमूल और माकपा की ओर से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। वोटरों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बल कई बूथों या फिर इलाके में नहीं दिखाई दिए। चोपड़ा इलाके में तृणमूल पर वोटरों को रोकने का आरोप लगा। इसके बाद लोगों ने सड़क जाम कर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि जब लोगों ने एक तृणमूल समर्थक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया तो इसके बाद पथराव व बमबाजी की गई। बाद में भारी संख्या में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य किया। मौके से एक खाली कारतूस भी मिला, जिससे कहा जा रहा है कि गोली भी चलाई गई है।
पांच पुलिस समेत सात जख्मी , 30 गिरफ्तार
एडीजी (कानून व्यवस्था) सिद्धिनाथ गुप्ता ने बताया कि आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है जिनमें से तीन मामले विशेष शिकायत के आधार पर हैं। 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चुनाव के दौरान पांच पुलिसकर्मी और दो नागरिक घायल हुए हैं। पत्रकारों पर हमले को लेकर ग्वालपोखरा में अज्ञात हमलावर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
प्रत्याशी के खिलाफ एफआइआर, पीठासीन अधिकारी को शोकाज
तीनों संसदीय क्षेत्रों के 5,390 बूथों पर सुबह से ही लंबी कतारें लग गई थीं। मुख्य चुनाव अधिकारी आरिफ आफताब ने बताया कि तीन सीटों के कुल 49,34,360 मतदाताओं में से 77 फीसद ने शाम पांच बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और देर शाम तक वोटिंग जारी थी। छिटपुट हिंसा के बीच मतदान शांतिपूर्ण रहा। शिकायतों पर हमने तत्काल प्रभाव से संज्ञान लिया। तकरीबन 12 ईवीएम बदली गईं। मोबाइल फोन लेकर मतदान परिसर में प्रवेश करने को लेकर प्रत्याशी हरका बहादुर छेत्री पर प्राथमिक दर्ज करने को कहा गया है। मतदान परिसर में वनकर्मी के पिस्तौल लेकर प्रवेश करने पर आयोग ने संबंधित पीठासीन अधिकारी को कारण बताने को कहा है। गौरतलब है कि इन तीन सीटों पर तीन महिलाओं सहित कुल 42 प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की 194 कंपनी को तैनात किया गया था।
कई बूथों पर पुनर्मतदान की मांग
तीन सीटों पर हिंसा व गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए माकपा, कांग्रेस और भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की और अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। माकपा ने रायगंज के 22 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की है।
विशेष पर्यवेक्षक से मिले मुकुल रॉय
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान गुरुवार दोपहर विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक से मुलाकात की। मुकुल ने उनसे कहा कि जिन बूथों पर केंद्रीय बल के जवान तैनात नहीं थे, वहां हिंसा हुई है, इसलिए बाकी के चरणों में सभी बूथों पर केंद्रीय बल के जवानों की तैनाती की व्यवस्था की जाए।
जानें, किसने क्या कहा
चुनाव निष्पक्ष व शांतिपूर्ण हों, इसीलिए सात चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं। मुझे आशा है कि सीईओ ठीक से जिम्मेदारी का निर्वाह करेंगे। कुछ समस्याएं दिखी हैं लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। चुनाव को लेकर मैं संतुष्ट हूं।
-अजय नायक, विशेष पर्यवेक्षक।
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चुनाव प्रक्रिया लगभग शांतिपूर्ण रही। हमारी ओर से कोई कोताही नहीं बरती गई। चोपड़ा में सुरक्षा बलों की निगरानी में मतदाताओं के वोट डालने की व्यवस्था की गई है। कुछ छोटी-मोटी गड़बडि़यां हमेशा लगी रहेंगी।
-विवेक दुबे, विशेष पुलिस पर्यवेक्षक।