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Mission 2019: प्रियंका गांधी बिना खाए -पीए इतने घंटे तक कार्यकर्ताओं से करती रहीं बातचीत

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को करीब 16 घंटों तक बिना लंच और डिनर के लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श करती रहीं।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 11:29 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 12:15 PM (IST)
Mission 2019: प्रियंका गांधी बिना खाए -पीए इतने घंटे तक कार्यकर्ताओं से करती रहीं बातचीत
Mission 2019: प्रियंका गांधी बिना खाए -पीए इतने घंटे तक कार्यकर्ताओं से करती रहीं बातचीत

नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए दिन-रात एक कर दिया है। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि मंगलवार दोपहर करीब 1.20 बजे से शुरू हुई उनकी बैठक बुधवार सुबह 5.15 बजे खत्म हुई। करीब 16 घंटों तक चली इस मीटिंग के दौरान वह बिना लंच और डिनर के लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श करती रहीं। प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कह दिया कि पुरानी कांग्रेस से काम नहीं चलेगा। पार्टी को नए सिरे से शुरुआत करनी है।

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बता दें कि इस मीटिंग के लिए प्रियंका जयपुर से लगभग 12:45 पर अमौसी एयरपोर्ट पहुंचीं और सीधे कांग्रेस दफ्तर आईं। उन्होंने न लंच किया और न ही डिनर और लगातार मीटिंग करती रहीं। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह जमकर पार्टी सदस्यों का क्लास ले रही हैं। उनके अनुसार बैठक के दौरान फूलपुर के लोगों ने आग्रह किया कि वह फूलपुर से चुनाव लड़ें तो प्रियंका ने कहा कि बहुत जगहों से यह दबाव आ रहा है कि मैं चुनाव लड़ूं, लेकिन मैं चुनाव न लड़कर संगठन को मजबूत करूंगी।

सब्र से कार्यकर्ताओं की बात सुनी
पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद प्रियंका ने बैठक में बड़े ही सब्र से कार्यकर्ताओं की बात सुनी। आलम यह था कि एक कार्यकर्ता को 5 से 15 मिनट तक बोलने का वक्त दिया गया। प्रियंका ने कहा कि मैं आपके दिल की बात सुनने आई हूं। आप अपनी पूरी बात कहिये।

लागू होगा रायबरेली फॉर्मूला
प्रियंका ने इस बातचीत में एक अहम बात कही। उन्होंने कहा कि जब वह रायबरेली और अमेठी पहुंचीं तब वहां पर भी कमेटी की समस्या थी। हर कमेटी में जरूरत से ज्यादा लोगों की मैंने छटनी की। प्रदेश में भी यही फार्मूला लागू किया जाएगा, लेकिन अभी लोकसभा चुनाव के नजदीक होने से समय कम है। चुनाव के बाद ही संगठन में फेरबदल होगा। तब-तक कार्यकर्ताओं को जी तोड़ मेहनत करनी होगी।

सेल्फी से परहेज
यह पहली बार था जब कांग्रेस कार्यकर्ता इस तरह से प्रियंका से मिल रहे थे। सभी सेल्फी लेने के लिए बेताब थे, लेकिन उन्हें सेल्फी लेने की अनुमति नहीं मिली। सुरक्षा कारणों से सेल्फी लेने से उन्हें मना किया गया। प्रियंका ने हर बैठक के अंत में कार्यकर्ताओं के साथ ग्रुप फोटो खिंचाई जो औपचारिक रूप से पार्टी की तरफ से भेजी जाएगी।

यहां से चुनाव लड़ाने की उठी मांग
लखनऊ संसदीय क्षेत्र के लिए बनाई गई दोनों टीमों से प्रियंका ने कहा, 'मैं संगठन को मजबूत करने का काम करूंगी। कार्यकर्ताओं ने उनको लखनऊ से चुनाव लड़ने की अपील की थी। इस पर प्रियंका ने पूछा कि आप में से कौन चुनाव लड़ना चाहता है। दिलचस्प बात यह है कि कार्यकर्ताओं ने लखनऊ से किसी सेलिब्रिटी या बाहरी व्यक्ति को टिकट ना देने की भी अपील की।


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