LokSabha Elections 2019 : यहां वाट्सएप पर चल रहा कांग्रेस का वार रूम
Lok Sabha Elections 2019 देश पर पांच दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी के पास गोरखपुर में स्थाई कार्यालय ही नहीं है। पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता वाट्सएप से कार्यालय चला रहे है
गोरखपुर, राजेश्वर शुक्ल। लोकसभा चुनाव की दुंदुभी बजते ही सभी पार्टियों के वार रूम सज चुके हैं लेकिन देश पर पांच दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी के पास गोरखपुर में स्थाई कार्यालय ही नहीं है। यह स्थिति लगभग 24 माह से है। पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता वाट्सएप से कार्यालय चला रहे हैं।
पुर्दिलपुर में खुला था पार्टी कार्यालय
2017 तक पार्टी का कार्यालय पुर्दिलपुर में था। लेकिन मालिकाना हक नहीं होने के कारण कोर्ट के आदेश पर पार्टी को कार्यालय अप्रैल 2017 में खाली करना पड़ा। ऐसे में चारुचंद्रपुरी स्थित एक मकान में अस्थाई तौर पर जिला कार्यालय चलाया जा रहा है। यही हाल महानगर कांग्रेस कमेटी के कार्यालय का भी है। महानगर की टीम का भी अपना कोई कार्यालय नहीं है।
थोड़ी ही दूरी पर जिला व महानगर कमेटी का था कार्यालय
शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यालय की बात करें तो इसका काफी रोचक इतिहास रहा है। शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय जिला कार्यालय से काफी बड़ा था। पुर्दिलपुर में जिस जगह जिला कार्यालय था उससे कुछ दूरी पर ही शहर कांग्रेस कमेटी का कार्यालय था। उन दिनों पार्टी के बड़े नेता भी शहर कार्यालय में ही बैठा करते थे। 1971 में स्व.नरसिंह नारायण पांडेय सदर से लोकसभा सदस्य चुने गए। स्व. पांडेय के सहयोग से चौधरी रियासत हुसैन शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। चौधरी के अध्यक्ष बनने से तत्कालीन अध्यक्ष श्रद्धानंद त्रिपाठी ने शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय देने से मना कर दिया। इसके बाद पार्टी को कार्यालय खाली करना पड़ा। कार्यालय हटने के बाद वहां पर स्कूल का संचालन होने लगा। कार्यालय नहीं होने की स्थिति में रियासत हुसैन ने अपने आवास पर ही कैंप कार्यालय बनाया। उसके बाद जो भी शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने उन्होंने अपने आवास में ही कैंप कार्यालय बनाना शुरू कर दिया।
तीन दिनों के अंदर खुल जाएगा कार्यालय : जिलाध्यक्ष
जिलाध्यक्ष राकेश यादव बताते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी कार्यालय खोलने के निर्देश दिए हैं। कार्यालय का स्थान फाइनल कर लिया गया है। प्रभारी शिशुपाल सिंह पुरोहित आ गए हैं। तीन दिनों के भीतर पार्टी के पास अपना कार्यालय होगा।