Loksabha Election 2019 : ओमप्रकाश राजभर ने दी भाजपा नेताओं को गाली, कहा-जहां मिलें दस जूता मारो
भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भाजपा नेताओं दस-दस जूता मारने का फरमान भी जारी किया है।
मऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र के साथ राज्य सरकार को अक्सर ही असहज करने वाले योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अब सीमा लांघ दी है। लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी पार्टी भारतीय सुहेलदेव समाज पाटी (एसबीएसपी) के कई प्रत्याशी खड़ा करने वाले ओमप्रकाश राजभर ने कल प्रचार के दौरान मऊ में मंच से भाजपा के नेताओं को गाली देने के साथ ही उनको दस-दस जूता मारने को कहा है।
भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के मुखिया ने एक रैली के दौरान मंच से ही भाजपा नेताओं के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भाजपा नेताओं दस-दस जूता मारने का फरमान भी जारी किया है। राजभर ने आगे कहा कि गाली निकलती है जबान से। इन बेईमान (भाजपा नेताओं) को शर्म नहीं लगती है।
ओमप्रकाश राजभर का आरोप है कि भाजपा नेता यह कहकर प्रचार कर रहे हैं कि एसबीएसपी और भाजपा का गठबंधन है और राजभर की पार्टी का प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ रहा है। राजभर के इस भाषण का विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ओमप्रकाश राजभर का आरोप है कि भाजपा नेता मऊ में उनकी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ मतदाताओं में भ्रम फैला रहे हैं।
राजभर घोसी लोकसभा क्षेत्र के रतनपुरा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा अभी एक चर्चा बड़ी तेजी से भारतीय जनता पार्टी के लोग फैला रहे हैं हमारा (बीजेपी-एसबीएसपी ) घोसी में गठबंधन है और हमारे प्रत्याशी महेंद्र चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से सवाल पूछते हुए कहा कि यहां जितने लोग हैं बताओ कि महेंद्र चुनाव लड़ रहे हैं कि नहीं लड़ रहे हैं।
राजभर के इस सवाल का जवाब मिलता है कि लड़ रहे हैं। वीडियो में इसके बाद राजभर उग्र हो गए और कहा कि अगर भाजपा का नेता यह बोलते हुए मिल जाए तो जूता निकालकर उसको दस जूता मारो कि तुम नहीं लड़ रहे हो...। इस दौरान राजभर भाजपा नेताओं के लिए गाली का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल ही में राजभर ने प्रदेश सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। उनकी पार्टी ने भी प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ लिया है। लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा के साथ सीट बंटवारे पर बात न बनने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने का दावा करने वाले मंत्री अब काफी अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर लड़ी सुभासपा ने पूर्वांचल सहित प्रदेश की करीब तीन दर्जन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
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