Loksabha Election 2019 : अखिलेश यादव का संकेत आजमगढ़ से लड़ सकते हैं लोकसभा का चुनाव
अखिलेश यादव ने अपने पिता और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की लोकसभा सीट आजमगढ़ से चुनाव लडऩे के संकेत दिए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में आजमगढ़ लोकसभा सीट अपने पास रखने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लडऩे का संकेत दिया है। आज एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने लोकसभा का चुनाव लडऩे के साथ ही आजमगढ़ से ही किस्मत आजमाने का संकेत दिया है।
अखिलेश यादव ने अपने पिता और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की लोकसभा सीट आजमगढ़ से चुनाव लडऩे के संकेत दिए हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पिता की सीट से चुनाव लडऩे का संकेत दिया है। इसके पहले शुक्रवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आजमगढ़ लोकसभा सीट के सपा नेताओं के साथ अखिलेश यादव की बैठक में भी यह मांग उठी थी कि आजमगढ़ लोकसभा सीट से या तो वो लड़े या फिर किसी बड़े यादव चेहरे को उतारें। आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की थी।
अखिलेश यादव ने आज बड़ी घोषणा की। उन्होंने ऐलान किया कि वह इस बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने साफ तौर पर तो यह नहीं बताया लेकिन कहा कि अगर आजमगढ़ की जनता चाहेगी तो मैं वहां से चुनाव लड़ूंगा। अखिलेश ने इशारों-इशारों में कहा कि वह आजमगढ़ लोकसभा सीट चुन सकते हैं। अखिलेश ने कहा कि आजमगढ़ समाजवादियों का घर है और अगर वहां की जनता चाहेगी तो वह वहां से चुनाव लड़ेंगे। बसपा मुखिया मायावती के लोकसभा का चुनाव न लडऩे पर अखिलेश यादव ने कहा मायावती के चुनाव लडऩे के सवाल पर अखिलेश ने कहा चुनाव लडऩे न लडऩे का फैसला पूरी तरह मायावती का है। वो सीनियर नेता हैं उनकी जहां से इच्छा होगी वहां से चुनाव लड़ेंगी।
मोदी को हटाना लक्ष्य
अखिलेश यादव ने कहा कि देश से नरेंद्र मोदी को किसी भी तरह से सत्ता से बाहर करना हमारा लक्ष्य है। भाजपा देश का नुकसान कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा प्रदेश तथा देश की जनता चाहती है कि वर्तमान सरकार सत्ता से बाहर हो। इसी कारण हमने उत्तर प्रदेश में बसपा व रालोद से गठबंधन किया। इससे बेहतर गठबंधन नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि मुझे मायावती जी पर पूरी भरोसा है हम साथ हैं तो वर्तमान सरकार चली जाएगी। एसपी-बीएसपी यूपी में बहुमत लाएगी। बीएसपी से गठबंधन भाजपा को रोक सकता है।
परिवारवाद के डर के आरोप से अपर्णा को टिकट नहीं
अखिलेश यादव ने अपने छोटे भाई की पत्नी अपर्णा को टिकट न देने के सवाल पर कहा कि इस बार गठबंधन में समाजवादी पार्टी के पास कम सीटें आई हैं। ऐसे में वह हर किसी को सीट नहीं दे सकते थे। अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी पर परिवारवाद का भी आरोप लगता है, इसलिए उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं दिया। डिंपल यादव के चुनाव लडऩे पर अखिलेश ने कहा कि चुनाव लडऩे का फैसला डिंपल का था। डिंपल चुनाव लडऩा चाहती थीं मैंनें उनका कहना मान लिया। पहले उन्होंने ही ना लडऩे की बात कही थी।
पीएम बनाऊंगा, बनूंगा नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने तय किया है कि वह किसे देश का पीएम बनाएंगे। पीएम कौन होगा इस पर उन्होंने कहा कि वह नाम नहीं बताएंगे बस उन्होंने तय कर लिया है। अखिलेश ने कहा कि वह बस इतना कहना चाहेंगे कि देश का पीएम नया होगा और यूपी से होगा।
आजम के उर्दू गेट गिराने पर बरसे
अखिलेश यादव पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के उर्दू गेट गिराए जाने पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि देश में कई जगह अतिक्रमण है। सीएम आवास में भी अतिक्रमण है। लंबी सूची बनी है अतिक्रमण की। उनकी पार्टी के पूर्व नेता बुक्कल नवाब जो पहले सेवईं खाते थे अब हनुमान के भक्त हो गए हैं। उनके भी कई अतिक्रमण हैं, इसलिए वह भाजपा की शरण में चले गए।
आजमगढ़ में इससे पहले पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा, समाजवादी पार्टी के नेता एसके सत्येन, रंगकर्मी सुनील विश्वकर्मा के अलावा शिब्ली कॉलेज के तमाम छात्र नेता, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को आजमगढ़ से चुनाव लडऩे की मांग कर चुके हैं।