Loksabha Election 2019: अब पॉजिटिव प्रचार को खत्म कर, आक्रामक रुख अपनाएगी कांग्रेस
छत्तीसगढ़ के मळ्ख्यमंत्री ने कहा 60 दिन कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का प्रचार हुआ लोकसभा चुनाव है इसलिए अब मोदी की विफलताओं का प्रचार होगा।
नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के बाद कांग्रेस का सरकारी और पार्टीगत प्रचार पॉजिटिव रहा। 60 दिन चले पॉजिटिव प्रचार के दौर को खत्म करके अब कांग्रेस आक्रामक प्रचार में उतारेगी। मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि लोकसभा का चुनाव है, ऐसे में अब मोदी सरकार की विफलताओं का प्रचार किया जाएगा।
उन्होंने प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान समिति और लोकसभा क्षेत्रवार बनी समितियों के प्रभारियों, समन्वयकों और सदस्यों को लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करके केंद्र सरकार के विफलताओं व वादाखिलाफी पर आक्रामक प्रचार करने के लिए कहा है। हालांकि, कांग्रेस के प्रचार का थीम ‘मोदी सरकार के 60 माह बनाम प्रदेश की कांग्रेस सरकार के 60 दिन’ ही होगा।
सोमवार को राजीव भवन में लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान को लेकर बैठक हुई। बघेल की उपस्थिति में प्रचार अभियान की रणनीति तैयार हुई। उन्होंने पहले तो कहा कि इस बात को सब अपने दिमाग से निकाल दें कि कांग्रेस सरकार में है।
चाहे प्रदेश का पदाधिकारी हो या ब्लॉक का कार्यकर्ता, हर किसी को मैदान में उतरकर काम करना है। दूसरा, प्रचार के लिए नियमों का पालन करते हुए काम करना है। बैनर, फ्लैक्स, झंडा और वॉल राइटिंग के लिए पहले ही अनुमति ले ली जाए। बघेल ने आगे यह भी कहा कि याद रखें, केंद्र में भाजपा की सरकार है। बघेल ने प्रचार समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों से चर्चा के बाद रोडमैप तैयार किया।
कांग्रेसी पूछेंगे, चुप क्यों हैं?
प्रचार समिति के लोगों को 10 बिंदु दिए जाएंगे, जिसमें हर मुद्दे के बाद कांग्रेस केंद्र सरकार व भाजपा से सवाल करेंगी। वह पूछेंगे, चुप क्यों हैं? मसलन, राफेल घोटाला, चुप क्यों हैं? जीएसटी ने व्यापारियों-उद्योगपतियों की कमर तोड़ी, चुप क्यों हैं? नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था बिगाड़ दी, चुप क्यों हैं? ऐसे कई और मुद्दे होंगे, जिन्हें कांग्रेस जनता के बीच पहुंचाते हुए मोदी सरकार व भाजपा से सवाल पूछेगी।