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Lok Sabha Election 2019 : अंतिम चरण के चुनाव में भाजपा के सहयोगियों की परीक्षा

अंतिम चरण की 13 सीटों पर 19 मई को होने जा रहे चुनाव में भाजपा के सहयोगी दलों की परीक्षा होनी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 16 May 2019 11:28 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 12:05 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : अंतिम चरण के चुनाव में भाजपा के सहयोगियों की परीक्षा
Lok Sabha Election 2019 : अंतिम चरण के चुनाव में भाजपा के सहयोगियों की परीक्षा

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण की 13 सीटों पर 19 मई को होने जा रहे चुनाव में भाजपा के सहयोगी दलों की परीक्षा होनी है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने अलग होकर विद्रोही तेवर दिखा दिया है लेकिन, अपना दल (एस) और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पर सबकी निगाहें लगी हैं। खासकर कुर्मी और निषाद मतों का दारोमदार इन्हीं दलों पर है। भाजपा ने राजभर मतों को सहेजने के लिए भी जुगत लगा दी है।

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सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में 13 सीटों में भाजपा ने मीरजापुर और राबर्ट्सगंज सीट सहयोगी अपना दल एस को दी हैं। इसमें मीरजापुर से अपना दल एस की संरक्षक और मोदी सरकार की मंत्री अनुप्रिया पटेल फिर किस्मत आजमा रही हैं। कुर्मी बिरादरी पर पकड़ रखने वाले इस दल को महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली में भी अपनी बिरादरी को जोडऩे की जिम्मेदारी है।

उधर, निषाद के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में वोट मांग रहे हैं। उप चुनाव में विपक्ष की ओर से सपा के उम्मीदवार रहे प्रवीण निषाद ने गोरखपुर सीट जीत ली थी लेकिन, इस बार वह भाजपा में शामिल हो गए। प्रवीण छठे चरण वाली संतकबीरनगर सीट से भाजपा के उम्मीदवार थे और अब वह अपने पिता डॉ. संजय निषाद के साथ भाजपा की मजबूती के लिए गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय हैं। सातवें चरण की 13 सीटों में आठ सीटों पर निषादों का अच्छा प्रभाव है लेकिन, गठबंधन ने भी निषादों के बड़े नेताओं को जोड़ लिया है।

गोरखपुर के सपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद और पूर्व विधायक राजमती निषाद के एक मंच पर आने से भी उनकी स्थिति मजबूत हुई है। ऐसे में कसौटी पर निषाद पार्टी पर आ गई है। जहां तक सुभासपा अध्यक्ष और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर का सवाल है तो उन्होंने कई क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं और भाजपा को चुनौती दे रहे हैं। यद्यपि भाजपा ने ओमप्रकाश के समानांतर बलिया जिले के सकलदीप राजभर को राज्यसभा में भेजकर इस बिरादरी में पकड़ बनाने की पहल पहले ही की थी।

घोसी के सांसद हरिनारायण राजभर को फिर मौका दिया और योगी सरकार के मंत्री अनिल राजभर को भी पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। भाजपा राजभर बिरादरी में भी अपनी मजबूत पकड़ बनाने में जुटी है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव कहते हैं कि भाजपा ने तो सबका साथ-सबका विकास मंत्र लेकर गठबंधन धर्म का बखूबी निर्वाह किया है और जो ईमानदारी से भाजपा के साथ है उसका विकास भी सुनिश्चित है।

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