Loksabha Election 2019 :कांग्रेस की दूसरी सूची में राज्यसभा सदस्यों के साथ दल बदलू हावी
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के प्रत्याशियों की सूची जारी की है। इसमें पुराने दिग्गजों को मैदान में उतारने के साथ ही पार्टी के राज्यसभा सदस्य व दलबदलू पूर्व सांसदों पर भी दांव लगाया।
लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस का लक्ष्य देश के साथ उत्तर प्रदेश में किसी भी तरह से भाजपा के विजय रथ को रोकना है। लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने कल उत्तर प्रदेश में अपने 16 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। इनमें दलबदलुओं के साथ ही साथ राज्यसभा सदस्यों को भी चुनाव के मैदान में उतार दिया है। अब तक कांग्रेस ने 80 में से 27 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
कांग्रेस ने कल उत्तर प्रदेश के अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की है। इसमें कुछ पुराने दिग्गजों को मैदान में उतारने के साथ ही अपनी पार्टी के राज्यसभा सदस्य तथा दलबदलू पूर्व सांसदों पर भी दांव लगाया है। दूसरी सूची में 16 उम्मीदवारों के नाम हैं। इसके पहले कांग्रेस ने 11 उम्मीदवार घोषित किये थे। अब तक उत्तर प्रदेश में 27 उम्मीदवार तय हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के लिए कल देश शाम जारी कांग्रेस उम्मीदवारों की यह दूसरी सूची नये और पुराने समीकरण का काकटेल है। कांग्रेस ने सपा-बसपा और भाजपा छोड़कर आने वालों को भी मौका देने में परहेज नहीं किया है। कांग्रेस सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को फिर कानपुर से ही मैदान में उतारा गया है जबकि भाजपा छोडऩे वाली सांसद सावित्री बाई फुले को बहराइच से ही मौका दिया गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को गाजियाबाद की बजाय मुरादाबाद से मैदान में उतारा गया है। प्रतापगढ़ में पूर्व सांसद रत्ना सिंह एक फिर किस्मत आजमाएंगी। मीरजापुर से ललितेश पति त्रिपाठी मैदान में हैं। ललितेश पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के दिग्गज कांग्रेसी पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र हैं। वह मीरजापुर जिले में विधायक भी रह चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व सांसद ओमवती देवी जाटव को नगीना सुरक्षित सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित किया है।
2014 में हार चुके खीरी से पूर्व सांसद जफर अली नकवी को फिर मौका दिया है। कुछ दिन पहले बसपा छोड़कर आयीं पूर्व सांसद कैसर जहां को सीतापुर से उम्मीदवार घोषित किया गया है। कैसरजहां ने बसपा में बात न बनने पर पूर्व विधायक पति जासमीर अंसारी के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। पूर्व गृह राज्यमंत्री रामलाल राही हाल में भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में लौटे हैं। उनके परिवार की मंजरी राही को रामलाल की पुरानी सीट मिश्रिख पर कांग्रेस ने उतार दिया है।
कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रमाशंकर भार्गव को लखनऊ की मोहनलालगंज सुरक्षित सीट पर जबकि सपा से ही आये पूर्व सांसद राकेश सचान को फतेहपुर से उम्मीदवार बनाया है। सुलतानपुर से राज्यसभा सदस्य डॉ. संजय सिंह, संतकबीरनगर से परवेज खान, बांसगांव से कुश सौरभ, लालगंज सुरक्षित से पंकज मोहन सोनकर और राबर्ट्सगंज से भगवती प्रसाद चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है। भगवती चौधरी कांग्रेस अनुसूचित विभाग के चेयरमैन और पूर्व विधायक हैं। कुश सौरभ सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी हैं और वह पूर्वी उत्तर प्रदेश में तैनात रहे हैं।
कांग्रेस ने कल जारी अपनी दूसरी में पूर्व सांसदों को उनकी क्षमता के हिसाब से मैदान में उतारा है, जिससे सपा-बसपा गठबंधन से होने वाले संभावित नुकसान से निपटा जा सके। कैसर जहां और सचान दोनों ने 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी लेकिन मोदी लहर के कारण 2014 में चुनाव हार गए। इन दोनों ने एक-दूसरे से एक दिन के अंतराल पर कांग्रेस ज्वाइन किया। कांग्रेस की इस दूसरी सूची में उन उम्मीदवारों के भी नाम शामिल हैं जिन्हें पार्टी ने सुरक्षित सीट से मैदान में उतारा है। नगीना से ओमवती देवी जाटव, मिश्रिख से मंजरी राही, बांसगांव से कुश सौरभ, लालगंज से पंकज मोहन सोनकर और रॉबर्ट्सगंज सीट से भगवती प्रसाद चौधरी को कांग्रेस ने चुनावी रण में उतारा है।