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BSP मुखिया मायावती ने उठाया सवाल- चुनाव में झोला उठाए हुए क्यों नहीं दिख रहे संघी

मायावती ने उन पर भी निशाना साधा जिन पर चुनाव आयोग कुछ समय के लिए प्रचार पर रोक लगाता है और वह लोग प्रचार तो नहीं करते लेकिन मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ करना शुरू कर देते हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 11:59 AM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 12:12 PM (IST)
BSP मुखिया मायावती ने उठाया सवाल- चुनाव में झोला उठाए हुए क्यों नहीं दिख रहे संघी
BSP मुखिया मायावती ने उठाया सवाल- चुनाव में झोला उठाए हुए क्यों नहीं दिख रहे संघी

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान बेहद चर्चा में आ चुकीं बसपा मुखिया मायावती ने कल पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेहद विवादित टिप्पणी करने के बाद आज विचित्र मांग कर दी है। मायावती ने चुनाव आयोग से रोड-शो के दौरान प्रत्याशी तथा उनके समर्थकों के मंदिर जाने से रोकने की मांग की है।

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मायावती ने इसके साथ ही निर्वाचन आयोग के प्रतिबंध के दौरान लोगों के कई जगह पर मंदिर में जाकर पूजा-पाठ करने पर भी बेहद आपत्ति है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से यह सब बंद कराने की मांग की है। बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि जनता को बरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए, जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं। ऐसा साफ लगता है।

मायावती ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी इशारों में हमला बोला। उन्होंने कहा कि रोड शो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।

पूजा-पाठ के प्रचार पर लगे रोक

मायावती ने कहा कि किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मंदिरों आदि में जाकर पूजा-पाठ आदि करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है तो उस पर भी रोक लगनी चाहिए। आयोग इसपर भी कुछ कदम जरूर उठाए।बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान रोड शो बेहद ही फूहड़ हो जाता है। मायावती ने उन पर भी निशाना साधा जिन पर चुनाव आयोग कुछ समय के लिए प्रचार पर रोक लगाता है और वह लोग प्रचार तो नहीं करते लेकिन मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ करना शुरू कर देते हैं। उनका इशारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर था। मायावती ने कहा कि रोड-शो व जगह-जगह पूजा-पाठ नया चुनावी फैशन बन गया है। जिस पर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग को उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी केउम्मीद्वार के समर्थन में रोड-शो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।

पीएम मोदी पर सादा निशाना

मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों बेहद परेशान हैं। आरएसएस के साथ छोड़ देने के कारण मोदी बेचैन होकर घूम रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इस बार के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नैया डूब गई है और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस ) ने भी मोदी का साथ छोड़ दिया है। मायावती ने कहा कि पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है। मोदी सरकार की घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए अब तो संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।

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