Loksabha Election 2019 : मोदी वाराणसी में नामांकन से पहले करेंगे गंगा पूजन, अमित शाह ने खींचा खाका
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बनारस आ गए हैं। वह दो दिन यहां प्रवास करेंगे और इस दौरान पीएम के नामांकन को लेकर हुई तैयारियों को अंतिम रूप देंगे।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय सीट पर नामांकन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार शाम वाराणसी पहुंचे। शाह ने देर रात हरहुआ स्थित गोकुल धाम में पीएम नरेंद्र मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने के लिए संगठन के साथ मंथन किया। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के अलावा प्रदेश, काशी क्षेत्र व स्थानीय संगठन के पदाधिकारी शामिल थे। तय हुआ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामांकन करने से पहले गंगा की पूजा करेंगे। 26 अप्रैल को नामांकन होगा। एक दिन पहले 25 अप्रैल को मोदी रोड शो करेंगे।
लंका स्थित मालवीय प्रतिमा को नमन कर रोड शो प्रारंभ होगा जो गोदौलिया पर समाप्त होगा। इसके बाद पीएम मोदी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर गंगा आरती में शामिल होंगे। इस दौरान गंगा पूजन कर जीत का आशीर्वाद लेंगे। वहीं नामांकन जुलूस मलदहिया स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को नमन कर निकलेगा जो कचहरी पर समाप्त होगा। अमित शाह ने पीएम मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की। कहा कि प्रत्येक पदाधिकारी अपने बूथ पर समय दें। नामांकन में छह लाख जनता की जुटान होनी चाहिए। अमित शाह शुक्रवार को यहां रात्रि निवास करेंगे।
क्षेत्रीय समीकरण दुरुस्त करने पर अमित शाह का जोर
अमित शाह क्षेत्रवार दौरा कर संगठन की आंतरिक बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को वाराणसी में काशी क्षेत्र की बैठक की, जबकि शनिवार को कानपुर में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की बैठक करेंगे। इसके पहले वह अवध, ब्रज और पश्चिम क्षेत्र की बैठकें कर चुके हैं। क्षेत्रीय समीकरण दुरुस्त करने पर शाह जोर देते हैं। खासतौर पर दलित मतदाताओं के बीच व्यापक जनसंपर्क और केंद्र व प्रदेश की योजनाओं के लाभार्थियों से समन्वय तथा बूथ समितियों की सक्रियता उनकी प्राथमिकता है।
कमजोरी और चुनौतियों का भी आकलन
शाह ने अपनी पिछली बैठकों में हर लोकसभा क्षेत्र में विपक्ष की रणनीति, उम्मीदवार की स्थिति और भाजपा की तैयारियों की समीक्षा की और असंतुष्टों को साधने पर भी जोर दिया। अपने इस दौरे में वह भाजपा की कमजोरी और चुनौतियों का भी आकलन करते हैं। अमित शाह 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के प्रभारी थे और तब उन्होंने एक-एक सीट का अध्ययन किया था। उनके इस तजुर्बे के चलते कई खामियों को भी दूर करने में सहूलियत मिल रही है।
शुक्रवार को काशी क्षेत्र की वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मछलीशहर, सुलतानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, फूलपुर, मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही क्षेत्र के हर समीकरण का आकलन किया। शनिवार को वह कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में कानपुर, अकबरपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, झांसी, जालौन, बांदा, हमीरपुर और फतेहपुर क्षेत्र के लोकसभा संयोजक, प्रभारी, जिलाध्यक्ष और प्रभारी के साथ समीक्षा करेंगे। शाह के साथ इन बैठकों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, लोकसभा चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी मौजूद होते हैं। शाह ने ब्रज क्षेत्र की आगरा, पश्चिम की मेरठ, अवध क्षेत्र की लखनऊ में पहले ही बैठक की थी। शनिवार को कानपुर की बैठक संपन्न होने के बाद अब सिर्फ गोरखपुर क्षेत्र की बैठक बाकी रह जाएगी।
सात लाख मतों के अंतर से मिले जीत
वाराणसी में बैठक के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सभी कार्यकर्ता जी जान से जुट जाएं। मतदाताओं को घरों से निकाल कर बूथ तक ले जाएं। पीएम मोदी सात लाख मतों से जीत हासिल करें। जीत का अंतर सिर्फ वाराणसी सीट ही नहीं बल्कि अन्य सीटों पर भी अधिक होना चाहिए। बैठक में बिजली कटौती और तैयार पानी की टंकियों से पेयजल की आपूर्ति न होने का मसला भी उठा। संगठन के पदाधिकारियों ने इस मसले पर गंभीरता से विचार कर निवारण करने का अनुरोध किया।
शाह की आज बदायूं व शाहजहांपुर में रैली
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को बदायूं और शाहजहांपुर में विजय संकल्प रैली को संबोधित करेंगे। शाह शनिवार को इस्लामियां इंटर कालेज बदायूं में 12 बजे, जबकि शाहजहांपुर के कांठ स्थित रामलीला मैदान में तीन बजे रैली को संबोधित करेंगे।