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Lok Sabha Election: कभी नक्सलियों के डर से मतदान नहीं करते थे लोग, आज नक्सलगढ़ में जमकर बरसे वोट; ड्रोन और फोर्स रही तैनात

ड्रोन व फोर्स की निगाहों के बीच आयोजित लोकतंत्र के इस महापर्व में निडर होकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का जमकर प्रयोग किया और नक्सली लगातार पर्चा फेंक कर और मतदाताओं को धमकी देकर दहशत फैला रहे थे इसका क्षेत्र के मतदाताओं में कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन नक्सलियों की मंसूबों पर फोर्स की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ने पानी फेर दिया।

By Rammilan sahu Edited By: Jeet Kumar Published: Sat, 27 Apr 2024 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 06:00 AM (IST)
आज नक्सलगढ़ में जमकर बरसे वोट, ड्रोन और फोर्स रही तैनात (फाइल फोटो)

जेएनएन, धमतरी। कांकेर लोकसभा के संसदीय क्षेत्र सिहावा विधानसभा के 128 मतदान केन्द्र नक्सलगढ़ में है, जहां नक्सली लगातार पर्चा फेंक कर और मतदाताओं को धमकी देकर दहशत फैला रहे थे, इसका क्षेत्र के मतदाताओं में कोई असर नहीं पड़ा। ड्रोन व फोर्स की निगाहों के बीच आयोजित लोकतंत्र के इस महापर्व में निडर होकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का जमकर प्रयोग किया।

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नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर मतदाताओं में दहशत फैलाने की कोशिश की

यही वजह है कि सामान्य मतदान केंद्रों की अपेक्षा नक्सलगढ़ के मतदान केन्द्रों में 40 डिग्री धूप के बावजूद ज्यादातर गांवों में 80 फीसद मतदान हुआ है, जो जागरूक मतदाताओं का परिचय है और दूसरे मतदाताओं के लिए प्रेरणास्रोत है। सिहावा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र गोरेगांव में मतदान के एक दिन पहले 25 अप्रैल को नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर मतदाताओं में दहशत फैलाने की कोशिश की।

वहीं, भैंसामुड़ा, मटियाबाहरा, खुदूरपानी समेत अन्य गांवों में भी पर्चा व बैनर-पोस्टर चस्पा किया था, ताकि मतदाता लोकसभा चुनाव के लिए 26 अपै्रल को आयोजित मतदान जैसे लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल न हो, लेकिन नक्सलियों की मंसूबों पर कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ जवान, डीआरजीपी जवान, सीएएफ और पुलिस फोर्स की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ने पानी फेर दिया।

मतदान केंद्रों की जांच की गई

25 अप्रैल को मतदान दलों के साथ अतिसंवेदनशील नक्सल गांवों में के मतदान केन्द्र गोरेगांव, व भैंसामुड़ा, मटियाबाहरा, खुदूरपानी समेत अन्य गांवों व मतदान केंद्रों के लिए सैकड़ों की संख्या में फोर्स तैनात हुए। रात से ही सर्चिंग, मतदान केंद्रों की जांच की गई। बम दस्ता जांच टीम ने जांच करके आसपास गांवों की सर्चिंग की।

फोर्स से छावनी में बदल गया था क्षेत्र

वहीं 26 अप्रैल की सुबह से क्षेत्र फोर्स के जवानों की तैनाती से छावनी में बदल गया था, ऐसे में मतदान करने क्षेत्र के मतदाताओं का हौंसला बढ़ा और निडरता से मतदान करने निकल पड़े। मतदान केद्र भैंसामुड़ा, गोरेगांव में मतदान शुरू होते ही मतदान करने मतदाताओं की लंबी कतार लग गई। 12 बजे तक अधिकांश मतदाताओं ने वोट डाल लिया। शाम तक मतदान करने का सिलसिला जारी रहा।

क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान हुआ

भैंसामुड़ा में मटियाबाहरा, खुदूरपानी और भैंसामुड़ा के ग्रामीणों ने मतदान किया। यहां कुल 857 मतदाता थे। निर्धारित समय तक 78 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं गोरेगांव में 80 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि संबलपुर में भी 80 प्रतिशत मतदान हुआ। क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान कराकर देर रात तक मतदान दल सुरक्षित भी लौट आए।

इसी तरह खल्लारी, रिसगांव समेत अन्य अतिसंवेदनशील क्षेत्र के गांवों में जमकर वोट पड़े। जबकि सामान्य क्षेत्रों में वोट का प्रतिशत इन क्षेत्रों के गांवों से कम है। कांकेर लोकसभा क्षेत्र के संसदीय सिहावा विधानसभा क्षेत्र में कुल 74.52 प्रतिशत मतदान हुआ है जबकि धमतरी जिले के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के संसदीय धमतरी व कुरूद विधानसभा क्षेत्र में इससे कम मतदान हुआ है।


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