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Election 2024: गठबंधन व बागी भाजपाइयों के सहारे कांग्रेस, राजस्थान की सत्ता से बाहर हुई पार्टी को अब लोकसभा चुनावों से आस

कांग्रेस नेतृत्व आदिवासी बहुल उदयपुर संभाग में सक्रिय भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) और रालोपा के साथ चुनावी गठबंधन करने की तैयारी में हैं। भारतीय आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लाल रोत एवं विधायक राजकुमार रोत की गुरुवार को जयपुर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ लंबी बैठक हुई है। कांग्रेस गठबंधन होने पर बाप को बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट देने को तैयार है।

By Jagran News Edited By: Amit Singh Published: Sat, 16 Mar 2024 04:31 AM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2024 04:31 AM (IST)
कांग्रेस प्रदेश में पिछले दोनों लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटें हार गई थी।

नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। कांग्रेस राजस्थान में पिछले दो लोकसभा चुनाव से लगातार सभी 25 सीटों पर हार रही है। इस बार भी भाजपा सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करने को लेकर कसरत में जुट गई है। करीब तीन महीने पहले प्रदेश की सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव में अपना खाता खोलना चाहती है। दस सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब कांग्रेस नेतृत्व दो से तीन सीटों पर गठबंधन कर भाजपा को चुनौती देने की रणनीति बना रहा है।

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गठबंधन की तैयारी में कांग्रेस

कांग्रेस नेतृत्व आदिवासी बहुल उदयपुर संभाग में सक्रिय भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) और रालोपा के साथ चुनावी गठबंधन करने की तैयारी में हैं। बाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लाल रोत एवं विधायक राजकुमार रोत की गुरुवार को जयपुर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ लंबी बैठक हुई है।

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस गठबंधन होने पर बाप को बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट देने को तैयार है। बाप का आदिवासी बहुल उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद सीट पर सहयोग मांगा गया है। गठबंधन की आधिकारिक घोषणा अगले एक-दो दिन में हो सकती है।

रालोपा के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल के साथ भी गहलोत और डोटासरा की वार्ता जारी है। कांग्रेस नेतृत्व नागौर सीट बेनीवाल के लिए छोड़ना चाहता है। इसके बदले कांग्रेस बेनीवाल ने बाड़मेर-जैसलमेर, जोधपुर एवं पाली जैसी जाट बहुल सीटों पर समर्थन मांग रही है।

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