पंजाब में तीन से 13 पर पहुंची भाजपा... लोकसभा सीटों को 3 श्रेणियों में बांटा; जानिए क्या है अगली रणनीति
Lok Sabha Election 2024 बीजेपी ने पंजाब में कभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था आज 13 सीटों पर चुनावी किस्मत आजमा रही है। बीजेपी शहरी सीटों पर चुनावी ताल ठोकेगी। लोकसभा क्षेत्रों को तीन कैटेगरी में विभाजित किया गया है। इसी के आधार पर पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की रैलियां तय की जाएंगी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का लुधियाना व जालंधर में आना संभावित है।
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। पंजाब में पहली बार 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा सभी सीटों पर अपनी ऊर्जा लगाकर उसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहती। इसके लिए भाजपा ने 13 लोकसभा सीटों को ए-बी और सी श्रेणी में बांट दिया है।
ए श्रेणी में उसे रखा गया है, जहां पर भाजपा को जीत की उम्मीद है। इनमें अधिकांश उन लोकसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिसमें शहरी क्षेत्र ज्यादा हैं। बी श्रेणी में वे सीटें हैं, जहां पर जोर लगाने पर पार्टी लड़ाई में आ सकती है और 2027 के विधानसभा चुनाव में वहां पर पार्टी का आधार बढ़ सकता है।
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श्रेणी के आधार पर तैयार हो रहा रैलियों का ब्लू प्रिंट
सी श्रेणी में उन क्षेत्रों को रखा गया है, जहां पार्टी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर भविष्य में अपने लिए जमीन तैयार कर सके। इसी योजना को ध्यान में रखते हुए चुनाव में राष्ट्रीय नेताओं की रैलियों का ब्लू प्रिंट भी तैयार किया जा रहा है। पंजाब में 19 शहरी और 38 अर्द्ध शहरी विधानसभा क्षेत्र हैं, जबकि 60 विशुद्ध ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र है।
किस श्रेणी में कौन सी सीट?
भाजपा ने ए श्रेणी में जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर और पटियाला सीट को शामिल किया है। बी श्रेणी में श्री आनंदपुर साहिब, फिरोजपुर, बठिंडा को रखा गया है। खडूर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, संगरूर और फरीदकोट को पार्टी ने फिलहाल सी श्रेणी में रखा है। हालांकि, फरीदकोट में हंसराज हंस चुनाव लड़ रहे है और पार्टी उनसे आशांवित जरूर है।
तीन रैलियां कर सकते पीएम मोदी
भाजपा को जिन सीटों पर जीत की उम्मीद है, वहां पर वह पूरा फोकस करने जा रही है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद राष्ट्रीय नेताओं की रैलियां भी उसी अनुसार करवाने की योजना है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंजाब में तीन चुनावी रैलियों को कर सकते है। इसी प्रकार इतनी ही रैली केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की भी होंगी।
लुधियाना और जालंधर आ सकते योगी?
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हमेशा की तरह गुरदासपुर और होशियारपुर की कमान संभालेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जालंधर और लुधियाना सीट पर लाने की योजना है, क्योंकि इन सीटों पर पूर्वोत्तर के मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है और योगी आदित्यनाथ इस वर्ग में खासे लोकप्रिय हैं।
भाजपा को इनसे हैं उम्मीदें
भाजपा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन में रहते हुए अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर की सीट पर चुनाव लड़ती थी। इन सभी सीटों पर तो भाजपा अपना फोकस कर रही है साथ ही लुधियाना जहां पर कांग्रेस से भाजपा में आए तीन बार के सांसद रवनीत बिट्टू, जालंधर में आप से आए सांसद सुशील रिंकू और पटियाला में कांग्रेस से आई चार बार की सांसद परनीत कौर से भी उम्मीदें है।
भाजपा उन ही सीटों पर ज्यादा फोकस करेगी जहां पर उसे जीत की उम्मीद हो। वहीं, भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव को भी ध्यान में रख रही है, ताकि उसका आधार भी इसी चुनाव में रखा जा सके। इसीलिए भाजपा ने अधिकांश शहरी क्षेत्रों पर फोकस किया है।
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