Lok sabha Election 2024: गारंटी Vs न्याय, दो चरण के चुनाव के बाद राजनीतिक गुणा-भाग में उलझी भाजपा और कांग्रेस, ले रहीं फीडबैक
Lok sabha Election 2024 दो चरणों का मतदान संपन्न होने के बाद अब अगले चरण के मतदान के लिए कांग्रेस और बीजेपी राजनीतिक गुणा भाग में जुट गई है। भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियां फीडबैक ले रही हैं। फीडबैक के बाद पता चल पाएगा कि यहां न्याय की गारंटी कारगर हुई है या फिर मोदी की गारंटी पर लोगों ने तीसरी बार भी विश्वास किया है।
राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ की 11 में से चार लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। इन सीटों पर मतदाताओं का रुझान किस तरफ है। भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियां फीडबैक ले रही हैं। फीडबैक के बाद पता चल पाएगा कि यहां न्याय की गारंटी कारगर हुई है या फिर मोदी की गारंटी पर लोगों ने तीसरी बार भी विश्वास किया है। एक तरफ भाजपा का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सफल नेतृत्व, अमृतकाल में सुशासन, तेजी से विकास, मोदी की गारंटी और विकसित भारत के दृष्टिकोण इस चुनाव में कारगर रहे हैं। वहीं, विपक्ष खासकर कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार के दो कार्यकालों में बेरोजगारी, महंगाई, संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जे वाले मुद्दों के साथ अपनी पांच न्याय और 25 गारंटी को कारगर मान रही है।
दो चरणों की वोटिंग के बाद शुरू हुआ राजनीतिक गुणा-भाग
कांग्रेस की पांच न्याय में नारी न्याय, युवा न्याय, किसान न्याय, श्रमिक मजदूर न्याय, हिस्सेदारी भागीदारी न्याय जैसे पांच न्याय और 25 गारंटी शामिल हैं। बता दें कि प्रदेश में अब तक दो चरणों में मतदान हो चुका है। बस्तर, राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर में मतदान के बाद राजनीतिक दलों ने भी गुणा-भाग करना शुरू कर दिया है और लोगों के मन को टटोलना भी शुरू कर दिया है। अधिक मतदान होने से उम्मीदवार की जीत के समीकरण उलझ गए हैं। पहले चरण का चुनाव बस्तर में हुआ था। यहां 68.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर भाजपा की तरफ से महेश कश्यप और कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बीच मुकाबला है।
कांग्रेस राजनांदगांव और महासमुंद में ढूंढ रही जातीय समीकरण
इसी तरह दूसरे चरण के चुनाव में राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर में चुनाव के बाद राजनीतिक दल गुणा-भाग में लग गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस राजनांदगांव और महासमुंद में जातीय आधार पर वोटरों में बंटवारा को लेकर गुणा-भाग कर रही है। कांग्रेस ने राजनांदगांव में जातिगत समीकरण खेलते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने मौजूदा सांसद संतोष पांडेय पर ही दोबारा दांव खेला है। इसी तरह महासमुंद में भी कांग्रेस ने जातिगत दांव खेला है।
स्थानीय मुद्दों पर फोकस कर रही कांग्रेस
यहां साहू मतदाताओं की बाहुल्यता के चलते कांग्रेस ने पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारा है। हालांकि भाजपा ने भी ओबीसी के चेहरे पर दांव खेलते हुए पूर्व विधायक रूप कुमारी चौधरी को चुनावी रण में उतारा है। कांकेर में भाजपा की ओर से भोजराज नाग और कांग्रेस की ओर से बीरेश ठाकुर चुनावी मैदान में हैं। इन सीटों पर चुनाव हो चुका है और अब चार जून का इंतजार किया जा रहा है। कांग्रेस का दावा है कि इस बार कांग्रेस के स्थानीय मुद्दे कारगर हो रहे हैं, पांच न्याय की गारंटी और पार्टी के प्रत्याशी अपनी साख के चलते मजबूत स्थिति में हैं।
राजनीतिक पार्टियों के अपने-अपने दावे
रुझान से पता चला कांग्रेस जीत रही: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भीषण गर्मी में लोगों ने लाइन लगकर मतदान किया, यह लोकतंत्र के प्रति देश और छत्तीसगढ़ के मतदाताओं की आस्था को बताता है। दोनों चरणों के मतदान के बाद मतदाताओं का रुझान कांग्रेस के प्रति साफ दिखा। भीषण गर्मी में लोग बदलाव करने के लिए घरों से निकल कर वोट डालने आए। छत्तीसगढ़ में अभी तक हुए चारों लोकसभा सीटों में कांग्रेस पार्टी प्रचंड मतों से जीत रही है।
सभी सीटों पर मोदी की गारंटी कारगर: भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने दावा किया है कि भाजपा का फीडबैक है कि प्रदेश में जबसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार बनी है लोगों ने राहत की सांस ली है। किसानों-महिलाओं के खाते में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 54 हजार करोड़ रुपये पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री साय की विश्वसनीयता लोगों के बीच में है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ईमानदार और निष्ठावान नेतृत्व है। मोदी की गारंटी के चलते कांग्रेस की सभी 11 सीटों पर जमानत जब्त होने वाली है।
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