Lok Sabha Election 2024: चुनाव अधिकारियों के लिए बिरयानी, मतदान कर्मी पानी को तरसे; जानिए क्या बोले अधिकारी
Lok Sabha Election 2024 नौ बजे से ईवीएम वीवीपैट व अन्य साजो-सामान आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई। करीब ढाई बजे चुनाव अधिकारी दोपहर के भोजन में चिकन बिरयानी का स्वाद खाने लगे जबकि चिलचिलाती धूप में मतदान केंद्रों को जाने वाले मतदान कर्मियों को गला भिगोने के लिए पानी तक नसीब नहीं हुआ। बात यहीं खत्म नहीं हुई मतदान कर्मियों की मानें तो गुरुवार की रात भी...
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी कॉलेज में बने डीसीआरसी केंद्र में गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे सिलीगुड़ी, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी और फांसीदेवा विधानसभा क्षेत्र के 831 मतदान केंद्रों के लिए नियुक्त मतदानकर्मी लगेज बैग के साथ पहुंच गए। नौ बजे से ईवीएम, वीवीपैट व अन्य साजो-सामान आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई।
करीब ढाई बजे चुनाव अधिकारी दोपहर के भोजन में चिकन बिरयानी का स्वाद खाने लगे, जबकि चिलचिलाती धूप में मतदान केंद्रों को जाने वाले मतदान कर्मियों को गला भिगोने के लिए पानी तक नसीब नहीं हुआ। बात यहीं खत्म नहीं हुई, मतदान कर्मियों की मानें तो गुरुवार की रात को भी खाने की कोई व्यवस्था नहीं। मतदान के दिन दोपहर के भोजन के लिए आयोग की ओर से मात्र 170 रुपया आवंटित किया गया है।
लोकसभा चुनाव-2024 के दूसरे चरण में दार्जिलिंग लोकसभा केंद्र में मतदान होना है। इसके लिए दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, कर्सियांग, इस्लामपुर के साथ सिलीगुड़ी कालेज डीसीआरसी केंद्र से तीन हजार तीन सौ 24 मतदान कर्मियों को मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया गया। उन्हें ईवीएम, वीवीपैट, मतदाता सूची, नाखून पर लगाने वाली स्याही, कलम, पेंसिल के साथ प्रत्येक मतदान कर्मियों को पैरासिटामाल की दो-दो टेबलेट, एक-एक ओआरएस के पैकेट और सोने के लिए फोम की एक-एक मैट प्रदान की गई।
कितनी धनराशि की गई आवंटित?
नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर मतदान कर्मियों ने बताया कि तीन दिन के प्रशिक्षण से लेकर मतदान तक के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र के प्रीसाइडिंग अधिकारियों को 2610, प्रथम मतदान अधिकारी को 1760 और द्वितीय व तृतीय मतदान अधिकारियों को 1340 रुपया चुनाव आयोग की तरफ से दिया गया है।
जिसमें तीन दिन के प्रशिक्षण और मतदान दिन के लिए प्रत्येक प्रीसाइडिंग अधिकारी को 350 रुपया रोजाना, प्रथम, द्वितीय और तृतीय मतदान अधिकारी को 250 रुपया रोजाना के हिसाब से पारिश्रमिक दिया गया। तीन दिन के प्रशिक्षण में से मात्र दो दिन और मतदान दिन के दोपहर का भोजन के लिए प्रत्येक को 170 रुपया रोजाना के हिसाब से दिया गया।
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इसके अतिरिक्त प्रत्येक प्रीसाइडिंग अधिकारी को अन्य प्रासंगिक खर्च के लिए 300 और मोबाइल रिचार्ज के लिए 50 रुपये दिए गए। अब मतदान कर्मियों का कहना है कि डीसीआरसी केंद्र पर सुबह साढ़े आठ बजे बुलाया गया और साजो-सामान के साथ मतदान केंद्र भेज दिया गया, लेकिन दोपहर और रात के भोजन की कोई व्यवस्था नहीं की गई।
मतदान केंद्र पहुंचने के बाद मतदान कर्मियों की टीम ने आस-पड़ोस के लोगों से मदद अथवा फिर होटल में खाना खाया। रात में मच्छर से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई, और न ही मतदान के दिन चाय-पानी की।
क्या बोले अधिकारी..
गुरुवार की रात के लिए मतदान केंद्र पर मतदान कर्मियों के रात्रि भोजन की व्यवस्था कराई गई है। -प्रीति गोयल, जिला मुख्य चुनाव अधिकारी