कम मतदान से महबूबा मायूस, लेकिन नहीं छोड़ी उम्मीद, भाई ने ही नहीं डाला वोट
Lok Sabha Election 2019 बिजबिहाड़ा में नेकां-पीडीपी कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट। चुनाव बहिष्कार समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पों में सात घायल।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मंगलवार को अपने पैतृक कस्बे बिजबिहाड़ा में हुए अपेक्षाकृत कम मतदान से कुछ मायूस तो नजर आई, लेकिन उन्होंने अपनी जीत की उम्मीद नहीं छोड़ी। बिजबिहाड़ में बने मतदान केंद्र 37-डी में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद महबूबा ने कहा, हां यह सही है कि यहां मतदान कम हुआ है। वोट डालने के लिए कम ही लोग आए हैं। फिर भी मुझे पूरा यकीन है कि लोग मेरा साथ देंगे। इंशाल्लाह मुझे एक अच्छे और सुखद परिणाम की पूरी उम्मीद है।
जम्मू कश्मीर में सबसे संवेदनशील कहे जाने वाले अनंतनाग-पुलवामा संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को पहले चरण में 13.1 फीसद मतदान किया। यहां 5,29,256 मतदाताओं में से 68,893 मतदाताओं ने वोट डाला। बता दें कि इस सीट पर तीन चरणों में चुनाव होना है। ऐसे में अभी बड़ी संख्या में मतदाता दूसरे और तीसरे चरण में वोट करेंगे। ऐसे में यह वोट फीसद 2014 के 29 फीसद से ज्यादा हो सकता है।
महबूबा के भाई तसद्दुक ने नहीं डाला वोट
अनंतनाग में चुनावी रैलियों के दौरान लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने की अपील करने वाली पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के भाई तसद्दुक मुफ्ती ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। बता दें कि वर्ष 2017 में महबूबा मुफ्ती ने अपने भाई तसद्दुक मुफ्ती को राज्य विधानसभा में सदस्य बनाने के साथ कैबिनेट में बतौर पर्यटन मंत्री शामिल किया था। उन्होंने 2017 में अनंतनाग-पुलवामा संसदीय सीट के उपचुनाव में उन्हें पीडीपी की तरफ से उम्मीदवार भी बनाया था, लेकिन यह उपचुनाव तत्कालीन सुरक्षा परिदृश्य के चलते स्थगित हो गया था। बता दें कि इस सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के अलावा कांग्रेस प्रमुख जीए मीर समेत 18 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं।