Loksabha Elections 2019: पहले चरण में केंद्रीय मंत्री गडकरी समेत इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वीके सिंह महेश शर्मा समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में पहले चरण के तहत 20 राज्यों की जिन 91 सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है, उनमें कई ऐसी सीटें हैं जहां दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इन नेताओं में कुछ केंद्रीय मंत्री तो कुछ छोटे दलों के चर्चित नेता हैं। इन सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों पर भरोसा कायम रखा है तो कुछ पर उम्मीदवार बदल दिये हैं। आइये जानते हैं उन मुख्य सीटों के बारे में जहां चुनावी लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है।
यूपी में इन सीटों पर रहेगी नजर
1. गाजियाबाद : इस सीट से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री वीके सिंह सिंह को टिकट दिया है जिसके कारण सबकी दिलचस्पी यहां होने वाले चुनावी मुकाबले को लेकर है। इस सीट पर भाजपा, सपा-बसपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। सपा-बसपा गठबंधन की ओर से सुरेश बंसल चुनाव मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस ने डोली शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर है।
2. गौतमबुद्धनगर : इस सीट पर भी लड़ाई खास होने वाली है। भाजपा ने एकबार फिर अपने सांसद महेश शर्मा पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने अरविंद सिंह को टिकट दिया है। सतवीर नागर सपा-बसपा गठबंधन की ओर से अपने प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देंगे। कुल मिलाकर यहां से त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। इस सीट से भाजपा के केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की प्रतिष्ठा दांव पर है।
3 . कैराना : प्रथम चरण के तहत जिन लोकसभा सीटों पर मतदान होना है उनमें पश्चिमी यूपी की कैराना सीट भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से जीत दर्ज की थी। हालांकि उपचुनाव में सपा बसपा के गठजोड़ ने भाजपा को शिकस्त दे दी थी। सपा ने पिछले उपचुनाव में तबस्सुम हसन को चुनाव मैदान में उतारा था। भाजपा ने इस बार हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह पर भरोसा नहीं जताते हुए प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं सपा बसपा गठबंधन ने दोबारा तबस्सुम हसन को ही टिकट दिया है।
4. बिजनौर : पश्चिमी यूपी की बिजनौर सीट पर भी रोमांचक मुकाबला होने जा रहा है। भाजपा ने एक बार फिर अपने सांसद भारतेंद्र पर भरोसा जताया है जबकी दूसरी ओर से बसपा ने पुराने उम्मीदवार मलूक नागर को टिकट दिया है। कांग्रेस ने यहां से नसीमुद्दीन सिद्दीकी को टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। सिद्दीकी पहले बसपा में थे लेकिन बाद में कांग्रेस का हाथ थाम लिया। इस सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है।
5. बागपत : पश्चिमी यूपी के जाटलैंड माने जाने वाले बागपत में मुकाबला इसलिए दिलचस्प है क्योंकि इस बार यहां से रालोद नेता अजित सिंह की जगह उनके बेटे जयंत चौधरी चुनाव मैदान में दो दो हाथ करेंगे। पिछली बार भाजपा के उम्मीदवार सत्यपाल सिंह ने अजित सिंह को हरा दिया था। अजित सिंह की रालोद सपा-बसपा का हिस्सा है। अजित सिंह इस बार मुजफ्फरनगर से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
महाराष्ट्र की इस सीट पर रोमांचक जंग
नागपुर : महाराष्ट्र की नागपुर सीट पर सभी की नजरें हैं। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। भाजपा ने यहां से नितिन गडकरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। गडकरी इसी सीट से मौजूदा सांसद हैं। कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इस गढ़ से नाना पटोले को चुनावी मैदान में उतारा है। नाना पटोले ने पिछले साल भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा था। वह नितिन गडकरी को अपना राजनीतिक गुरु भी मानते हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में गडकरी ने यहां से कांग्रेस के विलास मुत्तेमवार को लगभग तीन लाख मतों से शिकस्त दी थी।
बिहार की इस सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प
नवादा : यह सीट बिहार की सबसे चर्चित सीटों में शुमार रही है। पिछली बार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यहां से चुनाव लड़ा था लेकिन इस बार भाजपा ने उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया है। गिरिराज अब बेगूसराय से चुनाव लड़ेंगे। एनडीए में समझौते के तहत यह सीट रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के खाते में गई है। चंदन कुमार को यहां से उम्मीदवार बनाया गया है।