Lok Sabha Election 2019: घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने...RPN की नैया पार कराने UP गए कांग्रेसी
Lok Sabha Election 2019. झारखंड की 14 में से सात सीटें कांग्रेस के हिस्से में आई लेकिन उस मुकाबले पार्टी आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान नहीं कर पाई।
रांची, [प्रदीप सिंह]। Lok Sabha Election 2019 - कहावत है, घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने। झारखंड में हाशिये पर चल रही कांग्रेस ने चुनाव समाप्त होने के पहले ही चुनाव मैदान से पल्ला झाड़ लिया है। जमीनी काम से ज्यादा नेताओं की गणेश परिक्रमा में विश्वास करने वाले इस दल के कई नेता झारखंड छोड़ फिलहाल उत्तर प्रदेश शिफ्ट कर चुके हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश के कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी आरपीएन सिंह झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हैं। झारखंड में तीसरे चरण के मतदान तक चुनाव मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी थे तो कांग्रेसियों के लिए यहां डटे रहना मजबूरी थी, लेकिन इस चरण का चुनाव समाप्त होने के बाद कांग्रेसियों ने झारखंड का मोह छोड़कर उत्तर प्रदेश का रूख कर लिया।
- कुशीनगर से चुनाव लड़ रहे झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह
- संथाल परगना में झामुमो-झाविमो के पक्ष में राहुल-प्रियंका को नहीं उतार पाई कांग्रेस
- अपने प्रचारकों के बूते संथाल परगना में चुनाव प्रचार कर रहा झामुमो और झाविमो
झारखंड के कांग्रेसी वहां अपने नेता आरपीएन सिंह की चुनावी नैया पार कराने में जुटे हैं। संथाल में स्थिति यह है कि तीन सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने पूरी ताकत झोंक दी है। कुछ इलाकों में स्थानीय कांग्रेस नेता अपने स्तर से प्रचार कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों राहुल गांधी, सोनिया गांधी को यहां नहीं उतारा।
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर का कहना है कि झारखंड में अपना टास्क समाप्त करने के बाद सभी उत्तर प्रदेश गए हैं, ताकि आरपीएन सिंह को सहयोग कर सकें। स्थानीय नेताओं में फुरकान अंसारी, विधायक इरफान अंसारी समेत जिला संगठनों के प्रमुख चुनाव प्रचार में लगे हैं। कुशीनगर में प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर, कांग्रेस के अग्रिम संगठनों के मंच-मोर्चे के प्रभारी रविंद्र सिंह, रांची महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय, जमशेदपुर महानगर विजय खान, धनबाद के कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा, वरिष्ठ नेता अजय सिंह, विनय सिन्हा दीपू, ज्योति सिंह मथारू आदि नेता कैंप कर रहे हैं।
चुनाव प्रचार खत्म होने के पहले कांग्रेस ने छोड़ा मैदान
झारखंड में विपक्षी महागठबंधन में सबसे ज्यादा सात सीटें कांग्रेस के हिस्से में आई, लेकिन उस मुकाबले पार्टी आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान नहीं कर पाई। भाजपा ने चार स्थानों लोहरदगा, गिरिडीह, चाईबासा और देवघर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभाएं की। रांची में उन्होंने रोड शो किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कई स्थानों पर सभाएं की।
इसके अलावा राजनाथ सिंह, गिरिराज सिंह, योगी आदित्यनाथ, नितिन गडकरी, मनोज तिवारी सरीखे स्टार प्रचारकों का रेला लगा रहा। इसके मुकाबले कांग्रेस महज दो स्थानों सिमडेगा और चाईबासा में अध्यक्ष राहुल गांधी की सभाएं करा पाई। उन्होंने धनबाद में एक रोड शो किया। प्रियंका गांधी ने झारखंड का रूख नहीं किया।
स्टार प्रचारकों में नवजोत सिंह सिद्धू और शत्रुघ्न सिन्हा ने चुनिंदा इलाकों में खुद को केंद्रित किया। संथाल परगना पूरी तरह इनसे अछूता रहा। कांग्रेस नेताओं की सहयोगी दलों के लिए यह बेरूखी आगे परेशानी का सबब बन सकती है।
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