रवींद्र राय के लिए चुनौती बने गांडेय के भाजपा विधायक जयप्रकाश वर्मा
भाजपा सांसद रवींद्र राय आश्वस्त है कि उन्हें दोबारा टिकट दिया जाएगा। दूसरी ओर गांडेय विधायक प्रोफेसर जयप्रकाश वर्मा टिकट के लिए दिल्ली तक शीर्ष नेताओं का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद रवींद्र राय आश्वस्त है कि उन्हें दोबारा टिकट दिया जाएगा। कोडरमा संसदीय क्षेत्र में प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है। दूसरी ओर गिरिडीह जिले के गांडेय के विधायक प्रोफेसर जयप्रकाश वर्मा और उनके चचेरे भाई प्रणव वर्मा भी कोडरमा से भाजपा का टिकट पाने के लिए दिल्ली से रांची तक शीर्ष नेताओं का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
प्रणव वर्मा भाजपा के सांसद रह चुके स्वर्गीय रीत लाल वर्मा के पुत्र हैं। पिछली बार झाविमो के टिकट पर उन्होंने कोडरमा से लोकसभा चुनाव लड़ा था। कुछ महीने पहले ही वे दोबारा भाजपा में आए हैं। डॉक्टर जयप्रकाश वर्मा और प्रणव वर्मा की सक्रियता ने रवींद्र राय को तनाव में ला दिया है। रवींद्र राय भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य हैं। भाजपा में हर कोई मानता है कि उनका टिकट कटना आसान नहीं है। विधायक जय प्रकाश वर्मा और प्रणव वर्मा खुद को उनके विकल्प के तौर पर पेश कर रहे हैं। भाजपा में ऐसे नेताओं की संख्या कम नहीं है जो रवींद्र राय को देखना नहीं चाहते। ऐसे नेताओं का जय प्रकाश वर्मा और प्रणव वर्मा को अनायास समर्थन मिल रहा है।
राय भी इससे अनजान नहीं हैं। वे भी पलटवार को तैयार हैं। रवींद्र पांडे लगातार पांच बार से गिरिडीह से भाजपा सांसद रहे हैं। शीर्ष नेतृत्व ने अचानक गिरिडीह लोकसभा सीट आजसू पार्टी को दे दी। यही कारण है कि अब भाजपा में कोई भी वर्तमान सांसद बिल्कुल निश्चिंत नहीं है। आशंकित हैं। रवींद्र राय के प्रतिनिधि भारतीय जनता अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन बैठा हैं। आश्वस्त होने की भाव भंगिमा दर्शाते हुए अर्जुन बैठा कहते हैं, रवींद्र राय का टिकट फाइनल है। झाविमो हो या भाकपा माले, लोकसभा चुनाव में सबकी हवा निकल जाएगी। रवींद्र राय रिकार्ड मतों से जीतेंगे।
विधायक जयप्रकाश की सीएम से बढ़ी निकटता: विधायक जय प्रकाश वर्मा की सीएम रघुवर दास से निकटता बढ़ी है। रवींद्र राय गाहे-बेगाहे अपनी सरकार की आलोचना करते रहे हैं। जयप्रकाश वर्मा सरकार के पक्ष में खड़े होते रहते हैं। पहले विधायक को मुख्यमंत्री के खेमे का नहीं माना जाता था। अब समीकरण बदल चुके हैं। इस कारण विधायक खेमा यह मान कर चल रहा है कि किसी कारण से रवींद्र राय का टिकट कटता है तो पार्टी जयप्रकाश वर्मा को मौका दे सकती है।
"मैं भाजपा का अनुशासित कार्यकर्ता हूं। पार्टी का जो आदेश होगा, उसका पालन किया जाएगा।"
- जय प्रकाश वर्मा, भाजपा विधायक