Move to Jagran APP

भाजपा में शामिल होने की दिन भर चली अटकलें तो जितिन ने कहा काल्पिनक

जितिन प्रसाद ने खुद सामने आकर सारा कुछ साफ कर दिया। हालांकि इससे जुड़े सवालों पर उन्होंने कोई सीधा जवाब तो नहीं दिया बल्कि कहा कि ऐसे काल्पनिक सवालों का उनके पास कोई जवाब नहीं है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 08:07 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 08:07 PM (IST)
भाजपा में शामिल होने की दिन भर चली अटकलें तो जितिन ने कहा काल्पिनक
भाजपा में शामिल होने की दिन भर चली अटकलें तो जितिन ने कहा काल्पिनक

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी मौसम में नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने की अटकलें वैसे तो आम बात होती है, लेकिन बात यदि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को लेकर हो, तो यह थोड़ी चौंकाने वाली जरूर होती है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ। सुबह अचानक उनके भाजपा में शामिल होने की खबर तेजी से फैली। इसके बाद तो सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।

loksabha election banner

मामला उत्तर प्रदेश की सियासी जमीन से जुड़ा था, ऐसे में अटकलों ने जोर पकड़ा। लेकिन शाम होते-होते जितिन प्रसाद ने खुद सामने आकर सारा कुछ साफ कर दिया। हालांकि इससे जुड़े सवालों पर उन्होंने कोई सीधा जवाब तो नहीं दिया, बल्कि कहा कि ऐसे काल्पनिक सवालों का उनके पास कोई जवाब नहीं है। उनका सीधा इशारा भाजपा में उनके शामिल होने की लगाई जा रही अटकलों के गलत होने को लेकर था। इसे बाद कांग्रेस पार्टी ने भी इन अटकलों को पूरी तरह से खारिज किया और कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।

हालांकि इन अफवाहों के बीच कांग्रेस सक्रिय दिखी। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जितिन से मुलाकात की। माना जा रहा है कि सिंधिया ने उन्हें समझाया है। साथ ही उन्हें पसंद वाली सीट से ही टिकट मिलने का भरोसा दिया गया होगा। जितिन प्रसाद की उत्तर प्रदेश की धौरहरा लोकसभा सीट से उम्मीदवारी का कांग्रेस पहले ही ऐलान कर चुकी है।

जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने की खबर से कांग्रेस के भीतर भी काफी हलचल थी, क्योंकि उनकी गिनती कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी लोगों में होती है। पिछली सरकार में वह अहम पदों पर भी रहे। लेकिन हाल ही में पार्टी ने जिस तरीके उत्तर प्रदेश में सक्रियता दिखाई है, उनमें जितिन को बहुत अधिक सक्रिय भूमिका नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि वह इस वजह से भी पार्टी से नाराज चल रहे हंै। जितिन पर भाजपा के डोरे डालने की खबरों के बाद कांग्रेस नेतृत्व अपने प्रमुख नेताओं को लेकर सतर्क हो गया है और संकेत हैं कि उनकी बातों या शिकायतों पर ज्यादा संजीदगी से गौर किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.