West Bengal Lok Sabha Elections 2019: बंगाल में छिटपुट हिंसा के बीच पांच बजे तक 75.27 फीसद मतदान
West Bengal Lok Sabha Elections 2019. पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग रायगंज व जलपाईगुड़ी सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ।
दार्जिलिंग, जेएनएन। उत्तर बंगाल में दूसरे चरण में तीन लोकसभा सीटों दार्जिलिंग, रायगंज व जलपाईगुड़ी पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ। वीरवार सुबह सात बजे से मतदान शुरू होते ही विभिन्न बूथों पर वोटरों की लंबी लाइन लग गई थी। कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें भी मिलीं, जिस कारण मतदान शुरू होने में विलंब हुआ। वहीं, कुछ जगह छिटपुट हिंसा की खबरें आईं। इसे लेकर भाजपा और तृणमूल की ओर से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। बंगाल में पांच बजे तक 75.27 फीसद मतदान हुआ। तीन बजे तक 65.43, जलवाईगुड़ी में 71.32, दार्जिलिंग में 63.14 व रायगंज में 61.84 फीसद मतदान हुआ है।
दार्जिलिंग में एक बजे तक 44 , जलपाईगुड़ी में 52 फीसद व रायगंज में 45 फीसद मतदान होने की खबर है। जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र में दोपहर एक बजे तक शांतिपूर्ण मतदान होने की खबर है। वही, रायगंज क्षेत्र में कुछ जगहों पर हिंसा की खबर है।
दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र
सिलीगुड़ी सहित आसपास इलाके में सुबह सात से बजे शांतिपूर्ण मतदान शुरू हुआ। जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के एकतियाशाल बीएफपी स्कूल मतदान केंद्र में दो इवीएम खराब होने की शिकायत मिली। सिलीगुड़ी महकमा के अपर बागडोगरा बालिका विद्यालय में 25/40 बूथ पर इवीएम पर भाजपा के पैनेल पर ब्लैक टेप लगाया हुआ देखा गया। सिलीगुड़ी के डॉ राजेंद्र प्रसाद गर्ल्स हाई स्कूल में भी कुछ देर तक इवीएम खराब रही, जिससे वोटरों को काफी परेशानी हुई। सिलीगुडी के शक्तिगढ़ हाई स्कूल में 19/247 बूथ पर ईवीएम के खराब होने की शिकायत मिली। दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के चोपड़ा विधानसभा क्षेत्र में 180 नंबर बूथ पर पुलिस के साथ आमलोगों की हाथापाई हुई। इससे पहले लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। सिलीगुड़ी के खालपाड़ा अंतर्गत एचपी विद्यापीठ में 112 नंबर बूथ पर तीन से ईवीएम खराब होने से मतदाताओं में रोष देखा गया। दार्जिलिंग के हिल्स के इलाके में जैसे कालिम्पोंग, मिरिक, कर्सियांग व दार्जिलिंग में शांतिपूर्ण मतदान होने की खबर है। यहां पर किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
रायगंज लोकसभा क्षेत्र
उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर के चोपड़ा के दिगिरपर मतदान केंद्र पर अज्ञात बदमाशों द्वारा वोट डालने से रोकने के बाद सुरक्षा कर्मियों ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस बीच, माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम के वाहन पर हमले की घटना घटी।
कांग्रेस प्रत्याशी दीपा दासमुंशी ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है। रायगंज क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार देव श्री चौधरी ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ता रायगंज कोरोनेशन हाई स्कूल में बूथ पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। वही, रायगंज से माकपा प्रत्याशी मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस्लामपुर के कदमगाछी में तृणमूल वाले वोटरों को धमका रहे है। लोगों में डर का माहौल है।
इस बीच, पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दूबे के निर्देश पर पुलिस चोपड़ा में भयभीत लोगों को घर-घर बुलाकर वोटरों को मतदान केंद्र पहुंचा है। जिसके बाद जिला चुनाव अधिकारी ने शांतिपूर्ण रूप से मतदान कार्य करने का दावा किया। रायगंज गल्स हाई स्कूल बूथ नंबर 35/138 पर इवीएम मशीन खराब होने से मतदान देरी से शुरू हुआ। इस्लामपुर के हिंदी स्कूल में 135 नंबर बूथ पर इवीएम मशीन खराब होने से देरी से मतदान शुरू हुआ। इसके लिए तृणमूल प्रत्याशी कन्हैया लाल अग्रवाल को 45 मिनट इंतजार करना पड़ा। इसके साथ ही रायगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्वालपोखर में दो पत्रकारों पर हमले की घटना घटी है।
वोट डालने से रोकने पर सुरक्षा कर्मियों ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज
उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर अनुमंडल में चोपड़ा के दिगिरपर मतदान केंद्र पर अज्ञात बदमाशों द्वारा कथित रूप से वोट डालने से रोकने के बाद सुरक्षा कर्मियों ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
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रायगंज से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम के वाहन पर हमला
इस बीच, पश्चिम बंगाल में रायगंज से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम के वाहन पर इस्लामपुर में हमले की खबर है। सीपीएम ने आरोप लगाया है कि हमले के पीछे टीएमसी का हाथ है। मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाया कि इस्लामपुर के कदमगाछी में तृणमूल वाले मतदाताओं को धमका रहे है। मतदानकर्मियों से लेकर आम मतदाताओं में डर का माहौल है। उनके जाने के बाद बदमाश भाग गए। मतदाताओं को परेशानी हो रही है ।
इस बीच, कांग्रेस प्रत्याशी दीपा दासमुंशी ने आरोप लगाया कि मतदान में गड़बड़ी हो रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है। निर्वाचन अधिकारी शिकायत नहीं सुन रहे हैं। वे काफी असंतुष्ट हैं।
रायगंज निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार देबाश्री चौधुरी ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ता रायगंज कोरोनेशन हाई स्कूल में बूथ पर कब्जा करने की कोशिश की।
सूत्रों के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने चोपड़ा कांड को लेकर उत्तर दिनाजपुर जिला निर्वाचन अधिकारी से जबाब तलब किया है।
जानें, कहां-कितना मतदान
पश्चिम बंगाल में तीन सीटों के लिए दूसरे चरण के लिए जारी मतदान में दोपहर एक बजे तक औसतन 51.60 फीसद मत पड़े हैं।
जलपाईगुड़ी- 54.73 फीसद
दार्जिलिंग- 47.52 फीसद
रायगंज - 52.54 फीसद
पश्चिम बंगाल में 11 बजे तक औसतन 33.45 फीसद मततान
जलपाईगुड़ी- 36.22 फीसद
दार्जिलिंग- 30.12 फीसद
रायगंज - 34.01 फीसद
नौ बजे तक औसतन 16.78 फीसद मतदान
जलपाईगुड़ी- 16.84 फीसद
दार्जिलिंग- 16.14 फीसद
रायगंज - 17.45 फीसद
स्रोत : सीईओ कार्यालय, पश्चिम बंगाल
तीनों सीटों पर चतुष्कोणीय मुकाबला है। लेकिन तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। तीनों सीटों पर 2014 में अलग-अलग तीन पार्टियों की जीत हुई थी। लेकिन इस बार राजनीतिक पार्टियों के चुनावी रणनीति बदल देने से उनके समक्ष चुनौतियां बढ़ गई है। बदलती परिस्थिति में चुनावी मोहरे भी बदल गए हैं।
पिछली बार दार्जिलिंग से भाजपा के एसएस अहलूवालिया चुनाव जीते थे। वह केंद्र में मंत्री भी बने लेकिन भाजपा ने इस बार उन्हें दार्जिलिंग से टिकट नहीं दिया। हालांकि अहलूवालिया दार्जिलिंग से ही दोबारा चुनाव लड़ना चाहते थे। भाजपा ने कुछ सोच विचार कर ही अहलूवालिया को दार्जिलिंग से टिकट नहीं देकर बर्द्धमान से उम्मीदवार बनाया।
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दार्जिलिंग में भाजपा ने नए उम्मीदवार राजूसिंह विष्ट पर खेला दांव
भाजपा ने इस बार दार्जिलिंग में नए उम्मीदवार राजूसिंह विष्ट पर दांव खेला है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा(गोजमुमो) के विधायक अमरसिंह राई को दार्जिलिंग में उम्मीदवार बनाकर एक तरह से पहाड़ में भाजपा के लिए कड़ी चुनौती पैदा कर दी है। पिछली बार गोजमुमो के समर्थन से भाजपा के एसएस अहलूवालिया चुनाव जीते थे। 2009 में भी गोजमुमो के समर्थन से भाजपा के जसवंत सिंह दार्जिलिंग से सांसद निर्वाचित हुए थे। इस बार गोजमुमो टूट गया है। विनय तमांग वाला गुट खुद को असल गोजमुमो बता रहा है और वह तृणमूल कांग्रेस के साथ है, जबकि इसके पूर्व अध्यक्ष विमल गुरुंग हाशिए पर चले गए हैं और अधिकांशत: भूमिगत रहते हैं। भूमिगत रहकर विमल गुरुंग भाजपा के लिए कितने मददगार साबित होंगे यह तो अब चुनाव नतीजा आने के बाद पता चलेगा। लेकिन इतना तो कहा ही जा सकता है कि पहाड़ में भाजपा की प्रतिष्ठा इस बार दांव पर लगी है। माकपा के समन पाठक और कांग्रेस के शंकर मालाकार भी दार्जिलिंग सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
रायगंज में माकपा की प्रतिष्ठा दांव पर
इसी तरह रायगंज में माकपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। माकपा के निर्वतमान सांसद मोहम्मद सलीम को पार्टी ने दोबारा यहां से उम्मीदवार बनाया है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि एकमात्र रायगंज सीट को लेकर इस बार राज्य का राजनीतिक समीकरण बदल गया। वाममोर्चा और कांग्रेस में चुनावी गठबंधन लगभग तय हो गया था। लेकिन कांग्रेस की दीपा दासमुंशी के रायगंज सीट पर लडऩे के लिए अड़ जाने से दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया। पहले राहुल गांधी गठबंधन के तहत रायगंज सीट माकपा को छोडऩे के लिए तैयार हो गए थे। इस पर दीपा दासमुंशी के भाजपा के संपर्क में जाने की संभावना देखकर राहुल पीछे हट गए। अंत में कांग्रेस ने दीपा दासमुंशी को रायगंज से उम्मीदवार बनाया और वाममोर्चा के साथ उसका गठबंधन टूट गया। 2014 में 1500 वोट से जीतने वाले मोहम्मद सलीम को इस बार दीपा दासमुंशी खुली चुनौती दे रहीं। दीपा दासमुंशी को इस बार अपने पति स्वर्गीय प्रियरंजन दासमुमंशी की सहानुभूति मिलने की उम्मीद है। तृणमूल कांग्रेस के कन्हैयालाल अग्रवाल और भाजपा की देवश्री चौधरी भी यहां से चुनाव मैदान में डटी हैं। भाजपा और तृणमूल के उम्मीदवार भी चुनावी मुकाबला में कड़ी टक्कर देने की स्थिति में हैं।
जलपाईगुड़ी में तृणमूल कांग्रेस को निवर्तमान सांसद विजयचंद्र बर्मन पर भरोसा
तृणमूल कांग्रेस ने जलपाईगुड़ी से अपने निवर्तमान सांसद विजयचंद्र बर्मन पर भरोसा किया है। ममता ने उन्हें यहां से दोबारा उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के डॉ जयंत राय और कांग्रेस के मनी कुमार दर्नाल भी यहां से ताल ठोक रहे हैं। माकपा के भगीरथ राय यहां से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस हर हाल में इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है। पिछली बार यहां तीसरे नंबर पर रही भाजपा को इस बार कुछ ज्यादा ही उम्मीद है। तीनों सीटों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक चुनाव प्रचार कर चुके हैं।