Lok Sabha Election 2019: मोदी ने कार्यों के कायल हैं 111 साल के भोली साव
भारत के आजाद होने के बाद से जो भी प्रधानमंत्री बने हैं उस समय विकास कार्य हुआ पर 2014 से जो विकास शुरू हुआ है वह काबिले तारीफ है।
By Edited By: Published: Sun, 05 May 2019 06:22 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 12:07 PM (IST)
बिरनी, जेएनएन। गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड के रजमनियां गांव के 111 वर्ष के भोली साव कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में सोमवार को मतदान किया। वे रजमनियां के वार्ड संख्या नौ के निवासी हैं। उन्होंने अपने घर से दो सौ मीटर दूर बूथ नंबर 10 अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रजमनियां में मतदान किया।
भोली ने बताया कि उनका जन्म इस गांव के गरीब परिवार में वर्ष 1908 में हुआ था। जबसे होश संभाला है तबसे मतदान उत्साह से करते आ रहे हैं। पहले के चुनाव और अब के चुनाव में काफी बदलाव हुआ है। पहले अधिकांश लोग अपना मत नहीं दे पाते थे। भारत के आजाद होने के बाद से जो भी प्रधानमंत्री बने हैं उस समय विकास कार्य हुआ पर 2014 से जो विकास शुरू हुआ है वह काबिले तारीफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के सपने को पूरा कर देश को स्वच्छ बना दिया है। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू बने थे। उस समय और उसके बाद के चुनाव में काफी बदलाव आया। लोग जागरूक भी हो गए हैं। 2014 के बाद चुनाव की फिजां ही बदल गई है। देश की तरक्की जो इस पांच साल में हुई है वह 60 साल में भी नहीं हुई थी। भारत ने आजादी के समय का पूरा दृश्य देखा है और अब भारत को फिर से गुलाम नहीं होने दिया जाएगा।
बीडीओ सह सीओ संदीप मधेशया ने बताया कि मतदान में बुजुर्गों को भी दिव्यांगों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी। जो बुजुर्ग घर से निकलने में असमर्थ हैं उनके घर से बूथ तक आने जाने की सुविधा है।
भोली ने बताया कि उनका जन्म इस गांव के गरीब परिवार में वर्ष 1908 में हुआ था। जबसे होश संभाला है तबसे मतदान उत्साह से करते आ रहे हैं। पहले के चुनाव और अब के चुनाव में काफी बदलाव हुआ है। पहले अधिकांश लोग अपना मत नहीं दे पाते थे। भारत के आजाद होने के बाद से जो भी प्रधानमंत्री बने हैं उस समय विकास कार्य हुआ पर 2014 से जो विकास शुरू हुआ है वह काबिले तारीफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के सपने को पूरा कर देश को स्वच्छ बना दिया है। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू बने थे। उस समय और उसके बाद के चुनाव में काफी बदलाव आया। लोग जागरूक भी हो गए हैं। 2014 के बाद चुनाव की फिजां ही बदल गई है। देश की तरक्की जो इस पांच साल में हुई है वह 60 साल में भी नहीं हुई थी। भारत ने आजादी के समय का पूरा दृश्य देखा है और अब भारत को फिर से गुलाम नहीं होने दिया जाएगा।
बीडीओ सह सीओ संदीप मधेशया ने बताया कि मतदान में बुजुर्गों को भी दिव्यांगों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी। जो बुजुर्ग घर से निकलने में असमर्थ हैं उनके घर से बूथ तक आने जाने की सुविधा है।
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