कलराज मिश्र ने कहा- महागठबंधन पराजित मानसिकता का द्योतक
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं देवरिया के सांसद कलराज मिश्र ने अपने कार्यो को गिनाया और बताया कि वह देवरिया के लोगों को कभी नहीं भूल सकते हैं।
By Edited By: Published: Sat, 27 Apr 2019 10:29 AM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2019 03:03 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं देवरिया के सांसद कलराज मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा व अन्य दलों को मिलाकर बना महागठबंधन पराजित मानसिकता का द्योतक है। इनका एकमात्र उद्देश्य यह है कि ये भी संसद में दिखाई दें। परिवारवाद वाले इस गठबंधन का एकमात्र नारा सिर्फ मोदी हटाओ है। जनता स्वयं आकलन कर रही है। जनता को यह भी पता है कि देश का समुचित प्रतिनिधित्व कौन कर सकता है। केंद्रीय मंत्री देवरिया जिला पंचायत स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता गठबंधन से किनारा करेगी। तीन चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं।
इन चुनावों से साफ लग रहा है कि जनता देश के अंदर सुदृढ़ नेतृत्व देने वाला प्रधानमंत्री चाह रही है। यह देश का चुनाव है। चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद मैं पहली बार देवरिया आया हूं। यहा के लोगों ने जो मुझे प्यार दिया है, उसे मैं जीवन पर्यंत याद रखूंगा। सासद रहते मैंने यहा हर माह आने का प्रयास किया और आया भी। मैंने अपने कार्यकाल में देवरिया में सड़क, रेलवे स्टेशन पर जनसुविधा, आरओ प्लाट व मेडिकल कालेज की स्थापना कराया।
सांसद निधि से अधिक से अधिक गावों में विवाह मंडल का निर्माण कराया। बेरोजगारों के लिए तीन-तीन रोजगार मेला लगाया, जिसके जरिए आज ढ़ाई हजार बेरोजगारों को रोजगार मिला और वे दस से 50 हजार रुपये वेतन पा रहे हैं। मैंने कभी अपनी आलोचनाओं की चिंता नहीं की। आज मैं अपने कार्य से संतुष्ट हूं। चुनाव न लड़ने की घोषणा मैंने विशेष परिस्थितिवश किया। जब मुझे हरियाणा की जिम्मेदारी मिली तभी मैं समझ गया कि इस बार चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा और मैंने स्वयं इसकी घोषणा कर दी।
इन चुनावों से साफ लग रहा है कि जनता देश के अंदर सुदृढ़ नेतृत्व देने वाला प्रधानमंत्री चाह रही है। यह देश का चुनाव है। चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद मैं पहली बार देवरिया आया हूं। यहा के लोगों ने जो मुझे प्यार दिया है, उसे मैं जीवन पर्यंत याद रखूंगा। सासद रहते मैंने यहा हर माह आने का प्रयास किया और आया भी। मैंने अपने कार्यकाल में देवरिया में सड़क, रेलवे स्टेशन पर जनसुविधा, आरओ प्लाट व मेडिकल कालेज की स्थापना कराया।
सांसद निधि से अधिक से अधिक गावों में विवाह मंडल का निर्माण कराया। बेरोजगारों के लिए तीन-तीन रोजगार मेला लगाया, जिसके जरिए आज ढ़ाई हजार बेरोजगारों को रोजगार मिला और वे दस से 50 हजार रुपये वेतन पा रहे हैं। मैंने कभी अपनी आलोचनाओं की चिंता नहीं की। आज मैं अपने कार्य से संतुष्ट हूं। चुनाव न लड़ने की घोषणा मैंने विशेष परिस्थितिवश किया। जब मुझे हरियाणा की जिम्मेदारी मिली तभी मैं समझ गया कि इस बार चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा और मैंने स्वयं इसकी घोषणा कर दी।
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