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Lok Sabha Election Result 2019: भाजपा के लिए काम कर गए ये पांच फैक्टर

Lok Sabha Election Result 2019इस चुनाव में कई ऐसे मुद्दे रहे जिनसे बीजेपी को सीधे तौर पर फायदा मिला और कांग्रेस का न्‍याय गेमचेंजर भी बुरी तरह फ्लॉप हो गया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 24 May 2019 04:44 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2019 04:44 PM (IST)
Lok Sabha Election Result 2019: भाजपा के लिए काम कर गए ये पांच फैक्टर
Lok Sabha Election Result 2019: भाजपा के लिए काम कर गए ये पांच फैक्टर

नई दिल्ली जेएनएन। Lok Sabha Election Result 2019 17वीं लोकसभा चुनाव परिणाम ने देश के आम चुनावों के इतिहास को बदल दिया है। इसने सीटों का गणित तो बदला ही, राजनीति के तौर-तरीकों को भी न या आयाम दिया है। इस चुनाव में कई ऐसे मुद्दे रहे जिनसे बीजेपी को सीधे तौर पर फायदा मिला और कांग्रेस का न्‍याय गेमचेंजर भी बुरी तरह फ्लॉप हो गया। जहां कांग्रेस का 'सॉफ्ट हिंदुत्व' और चौकीदार चोर है सरीखा तिकड़म भी फेल हो गया। वहीं बीजेपी को राष्ट्रवाद से लेकर धरातल पर उतरीं योजनाओं का भरपूर लाभ मिला। आइए जानते हैं बीजेपी के लिए कौन से पांच फैक्‍टर प्रभावी रहे और किन मुद्दों पर कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी।

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BJP के लिए काम कर गए ये 5 फैक्टर

1. पीएम मोदी की छवि

भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव को पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी की छवि पर फोकस करते हुए लोकसभा चुनाव लड़ा। इससे देश की जनता के बीच यह संदेश गया कि मोदी ही ऐसे नेता हैं जो बड़े प्रॉजेक्ट्स पर काम कर सकते हैं, लाभकारी स्कीमें चला सकते हैं। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के रुख ने भी भाजपा का काम आसान किया।

 2. गठबंधन पर जोर

भाजपा ने एनडीए की मजबूती के लिए पूरा जोर लगाया। जब-तब बिदक रहे शिवसेना और जदयू के साथ संबंध सहज नहीं रहते हुए भी चुनाव में गठबंधन पर पूरा ध्‍यान दिया गया। भाजपा ने सीट बंटवारे में उदारता दिखाते हुए मजबूती से चुनाव लड़ने पर जोर दिया। चुनाव प्रबंधन भी बेहतर रहा।

 3. हारी सीटों पर ज्‍यादा ध्‍यान

भाजपा ने 2014 के चुनाव में हारी हुई उन 120 सीटों पर फोकस किया, जहां इस बार जीत खास मायने रखती थी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भाजपा ने आक्रमकता के साथ चुनाव प्रचार किया। थी। इसका नतीजा यह हुआ कि दोनों राज्यों में बीजेपी को जबर्दस्‍त सफलता मिली है।

 4. हारे हुए प्रदेशों में सेंध

भाजपा ने हाल के विधानसभा चुनावों में हारी हुई छत्‍तीसगढ़, मध्‍यप्रदेश और राजस्‍थान में संगठन के स्‍तर पर पूरी ताकत झोंक दी। कांग्रेस शासित इन राज्‍यों में भाजपा लोगों को समझाने में कामयाब रही कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहतर कोई विकल्‍प नहीं है।

 5. राष्‍ट्रवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्‍ट्र की एकता-अखंडता और विपक्षी दलों के आतंकवाद पर ढीले रवैये को अपने चुनाव प्रचार में प्रखरता के साथ रखा। पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक से बने राष्ट्रवाद का माहौल भी भाजपा के लिए फायदेमंद रहा।

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