Loksabha Election 2019 : आचार संहिता उल्लंघन में पूर्व विधायक समेत पांच नामजद, दो सौ अज्ञात पर मुकदमा
कन्नौज संसदीय क्षेत्र से जुड़ी कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र में बिना अनुमति रैली निकालने का मामला।
By AbhishekEdited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 06:49 PM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 10:45 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में पुलिस और निर्वाचन आयोग बेहद सख्त हो गया है। कन्नौज संसदीय क्षेत्र से जुड़ी कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र में बिना अनुमति रैली निकालने के मामले में पुलिस ने पूर्व बसपा विधायक समेत पांच नामजद और दो सौ अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पूर्व विधायक ने रैली निकालने से इंकार करते हुए परिचित के घर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए जाने की बात कही है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज संसदीय क्षेत्र से सपा-बसपा गठबंधन की प्रत्याशी है। गठबंधन के कारण बसपा नेता भी उनके प्रचार में जुटे हुए हैं। कन्नौज संसदीय क्षेत्र में कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा भी जुड़ी है। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढऩे पर आचार संहिता के अनुपालन को लेकर पुलिस और निर्वाचन आयोग भी सख्त हो गया है। इसके लिए क्षेत्रों में उडऩ दस्ते भी तैनात हैं।
मंगलवार को कन्नौज संसदीय क्षेत्र के पलिया बांसखेड़ा में पूर्व बसपा विधायक कमलेश दिवाकर, जिला पंचायत सदस्य निर्देश यादव, आलोक रतन यादव, नत्थू सिंह यादव, नवाब सिंह यादव द्वारा दो सौ समर्थकों के साथ रैली निकाले जाने की सूचना उडऩ दस्ते को मिली। इसपर दस्ता प्रभारी कामता प्रसाद मौके पर पहुंचे और बिना अनुमति के रैली निकाले जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने जनसंपर्क के लिए रैली निकालने के लिए कानूनी आदेश मांगा तो कोई भी नेता आदेश प्रपत्र नहीं दिखा सके।
प्रभारी ने पूर्व बसपा विधायक समेत सभी लोगों के खिलाफ रसूलाबाद थाने में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की तहरीर दी। इस बारे में पूर्व बसपा विधायक कमलेश दिवाकर ने बताया कि पलिया बांसखेड़ा निवासी नवाब सिंह के यहां वह शोक संवेदना कार्यक्रम में आए थे, रैली जैसी कोई बात नहीं थी। रसूलाबाद थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि दस्ता प्रभारी की तहरीर पर पूर्व विधायक समेत पांच नामजद व दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, मामले की जांच तिश्ती चौकी इंचार्ज परवेश मिश्रा जांच कर रहे हैं।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज संसदीय क्षेत्र से सपा-बसपा गठबंधन की प्रत्याशी है। गठबंधन के कारण बसपा नेता भी उनके प्रचार में जुटे हुए हैं। कन्नौज संसदीय क्षेत्र में कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा भी जुड़ी है। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढऩे पर आचार संहिता के अनुपालन को लेकर पुलिस और निर्वाचन आयोग भी सख्त हो गया है। इसके लिए क्षेत्रों में उडऩ दस्ते भी तैनात हैं।
मंगलवार को कन्नौज संसदीय क्षेत्र के पलिया बांसखेड़ा में पूर्व बसपा विधायक कमलेश दिवाकर, जिला पंचायत सदस्य निर्देश यादव, आलोक रतन यादव, नत्थू सिंह यादव, नवाब सिंह यादव द्वारा दो सौ समर्थकों के साथ रैली निकाले जाने की सूचना उडऩ दस्ते को मिली। इसपर दस्ता प्रभारी कामता प्रसाद मौके पर पहुंचे और बिना अनुमति के रैली निकाले जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने जनसंपर्क के लिए रैली निकालने के लिए कानूनी आदेश मांगा तो कोई भी नेता आदेश प्रपत्र नहीं दिखा सके।
प्रभारी ने पूर्व बसपा विधायक समेत सभी लोगों के खिलाफ रसूलाबाद थाने में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की तहरीर दी। इस बारे में पूर्व बसपा विधायक कमलेश दिवाकर ने बताया कि पलिया बांसखेड़ा निवासी नवाब सिंह के यहां वह शोक संवेदना कार्यक्रम में आए थे, रैली जैसी कोई बात नहीं थी। रसूलाबाद थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि दस्ता प्रभारी की तहरीर पर पूर्व विधायक समेत पांच नामजद व दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, मामले की जांच तिश्ती चौकी इंचार्ज परवेश मिश्रा जांच कर रहे हैं।
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