LokSabha election 2019: नाक की लड़ाई में चुनावी खर्च में चाचा ने भतीजे को पछाड़ा
शिवपाल ने अब तक 11 और सांसद अक्षय ने खर्च किए 8.29 लाख रुपये। खर्च में भाजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर निर्दलीयों में बशीर सबसे आगे।
आगरा, जेएनएन। सैफई परिवार में रार के बाद नाक की लड़ाई का मैदान बन चुका फीरोजाबाद लोकसभा में इस बार मुकाबला वाकई दिलचस्प रहने वाला है। चुनाव खर्च के मामले में अब तक आगे चल रहे भतीजे अक्षय यादव को चाचा शिवपाल यादव ने पछाड़ दिया है। करीब 11 लाख रुपये खर्च कर वह सबसे अधिक चुनावी खर्च करने वाले प्रत्याशी बन गए हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी चंद्रसेन जादौन दूसरे नंबर पर हैं।
मंगलवार को प्रत्याशियों के चुनावी खर्चों का दूसरी बार परीक्षण किया गया। कलक्ट्रेट परिसर में सुबह से शाम तक प्रत्याशियों के एक एक खर्चे का हिसाब लिया गया। सपा बसपा प्रत्याशी अक्षय यादव ने 10 अप्रैल तक जहां 4.42 लाख रुपये खर्च किए थे, वहीं अब 15 अप्रैल तक उनका खर्चा 8.29 लाख रुपये हो गया है। पहले मात्र 2.29 लाख रुपये खर्च करने वाले भाजपा प्रत्याशी ने भी इन पांच दिनों में दिल खोल कर खर्च किया, जिससे उनका खर्चा 10 लाख का आंकड़ा पार कर 10.41 लाख रुपये हो गया। प्रसपा प्रत्याशी ने 10 अप्रैल तक 3.83 लाख रुपये खर्च किए थे, लेकिन उनका खर्चा 10.96 लाख रुपये हो गया है। ऐसा उनके समर्थन में नेताओं के हैलीकॉप्टर से प्रचार करने के कारण हुआ है।
वहीं निर्दल चौधरी बशीर ने अपने खर्चों पर लगाम लगा ली है। पहले उनका खर्चा जहां 2.93 लाख रुपये था, वहीं अब यह 3.54 लाख रुपये हो गया है। भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी के उपेंद्र ङ्क्षसह राजपूत ने 64 हजार और निर्दल राजवीर ने 42 हजार रुपये खर्च किए हैं। परीक्षण के दौरा वरिष्ठ कोषाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव मौजूद रहे।
चंद्रसेन, शिवपाल, बशीर को नोटिस
एडीएम छोटे लाल मिश्रा ने बताया कि व्यय लेखा का सही तरह से विवरण प्रस्तुत न करने पर भाजपा, प्रसपा प्रत्याशी और निर्दल बशीर को नोटिस जारी किया है। इससे पहले सभी छह प्रत्याशियों को नोटिस दिए गए थे।