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Lok Sabha Election 2019: अब आतंकियों के मजबूत किले में सेंध लगाने की तैयारी

आतंकियों व अलगाववादियों पर निगरानी रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस व आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिक्शन टीम (क्यूआरटी) और क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) दस्ते तैनात किए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 11:34 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 11:34 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: अब आतंकियों के मजबूत किले में सेंध लगाने की तैयारी
Lok Sabha Election 2019: अब आतंकियों के मजबूत किले में सेंध लगाने की तैयारी

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के दो चरण समाप्त होने के बाद अब प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती अनंतनाग-पुलवामा क्षेत्र में सुरक्षित मतदान करवाना होगा। अनंतनाग आतंकवादियों का मजबूत किला माना जाता है। हालांकि इस क्षेत्र में चुनावी तैयारियां पहले से चल रही हैं। वह चाहे सुरक्षा की हों या मतदाताओं को जागरूक करने कीं। सुरक्षित, शांत एवं विश्वासपूर्ण माहौल में मतदान संपन्न कराने को जिला अंनतनाग में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। आतंकियों व अलगाववादियों पर निगरानी रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस व आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिक्शन टीम (क्यूआरटी) और क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) दस्ते तैनात किए हैं।

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अनंतनाग-पुलवामा में तीन चरणों में होंगे मतदान

अनंतनाग-पुलवामा देश का एकमात्र ऐसा संसदीय क्षेत्र है जहां तीन चरणों में मतदान होंगे। पूरे संसदीय क्षेत्र को तीन हिस्सों में बांटा है। उसके आधार पर 23 अप्रैल को अनंतनाग में, 29 अप्रैल को कुलगाम और छह मई को पुलवामा-शोपियां में मतदान होगा। अनंतनाग-पुलवामा संसदीय क्षेत्र के चुनावाधिकारी व जिला उपायुक्त खालिद जहांगीर ने कहा कि सबसे पहले अनंतनाग में होने वाले मतदान की पूरी तैयारी की है। राज्य पुलिस, सेना व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों ने सुरक्षा का जिम्मा संभालते हुए आतंकियों के प्रभाव वाले इलाकों में नियमित तलाशी अभियान शुरू किए हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त को बढ़ाया गया। प्रमुख राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों की भी सुरक्षा बढ़ाई है। इलेक्ट्रॉनिक और वीडियो सर्वेलांस पर पुलिस ने अपने स्तर पर जिले में सक्रिय संदिग्ध तत्वों पर निगरानी शुरू कर दी है। लोगों को चुनाव से दूर रखने के लिए धमकाने वाले तत्वों की धरपकड़ की जा रही है।

हालात की समीक्षा कर सुरक्षा के प्रबंध किए जा रहे

राजनीतिक दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी चुनाव आयोग की अवज्ञा से रोकने और अवज्ञा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एक तंत्र तैयार किया है। हालात की लगातार समीक्षा करते हुए उसके अनुरूप सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। खालिद ने बताया कि जिला अनंतनाग में 1822 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। पूरे क्षेत्र में 14 लाख मतदाता हैं।

मतदान के समय में किया गया बदलाव

अनंतनाग संसदीय सीट के लिए तीन चरणों में होने वाले चुनाव में मतदान का समय सुबह सात से शाम चार बजे तक होगा। यह फैसला भारतीय चुनाव आयोग ने किया है। राज्य सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस से मिली रिपोर्ट के बाद आयोग ने मतदान का समय तब्दील कर दिया है। पहले मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित किया गया था। आयोग ने अनंतनाग संसदीय सीट में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति और चुनाव सामग्री को समय पर पहुंचाने के मद्देनजर ऐसा किया है। अनंतनाग संसदीय सीट पर तीन चरणों में मतदान होगा।

अायोग ने जारी की मतदान की अधिसूचना

पहले चरण में 23 अप्रैल को अनंतनाग जिले, 29 अप्रैल को कुलगाम और छह मई को शोपियां व पुलवामा जिलों में मतदान होगा। नए समय संबंधी अधिसूचना को भारतीय चुनाव आयोग ने जारी कर दिया है। बताते चले कि अनंतनाग संसदीय सीट पर पीडीपी की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस की तरफ से पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर चुनाव मैदान में है। नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार हसनैन मसूदी है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।


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