जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी के बाद सपा नेता आजम खां पर फिर चला EC का चाबुक, ये है वजह
Lok Sabha Election 2019 सपा नेता आजम खां अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बार तो उन्होंने चुनाव अधिकारियों को भी नहीं छोड़ा।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सुर्खियों में बने हुए समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां पर चुनाव आयोग ने फिर आदर्श आचार संहिता का चाबुक चलाया है। उन पर फिर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में चुनाव प्रचार से 48 घंटे के लिए प्रतिबंध लगाया है। यह रोक बुधवार (एक मई) सुबह छह बजे से शुरू होगी।
चुनाव आयोग ने प्रदेश में चुनाव अधिकारियों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी और सांप्रदायिक बयान देने पर सपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ यह प्रतिबंध लगाया है। इस महीने में यह दूसरी बार है कि चुनाव आयोग ने उस पर प्रतिबंध लगाया है। इससे पहले भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक तंज कसने के लिए सपा नेता को 72 घंटों तक प्रचार से दूर रखा गया था।
Election Commission bars Samajwadi Party (SP) leader Azam Khan from election campaigning for 48 hours starting from 6 am tomorrow, for violating Model Code of Conduct. #LokSabhaElections2019 (file pic) pic.twitter.com/cmF5R3fYtk — ANI (@ANI) April 30, 2019
मंगलवार को जारी आदेश में आयोग ने कहा है कि सपा नेता ने न केवल जिला चुनाव तंत्र के खिलाफ भाषण दिया बल्कि धार्मिक आधार पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी भी की। उनके इस बयान से चुनाव में ध्रुवीकरण हो सकता है। यह जहां बयान दिया गया है केवल उसी क्षेत्र तक सीमित नहीं रह सकता बल्कि दूसरे हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं।
रामपुर में एक रैली के दौरान आजम ने कथित रूप से कहा कि भारतीय मुस्लिम जवानों ने पाकिस्तानियों को मूर्ख बनाने के लिए नारे लगाए। इससे गफलत में आए पाकिस्तानियों ने उन्हें अपना जवान समझ लिया और बचाने के लिए बाहर आ गए, जिसके बाद भारतीय जवानों ने उन्हें पराजित कर दिया। धार्मिक आधार पर उनके बयान की निंदा करते हुए चुनाव आयोग ने सपा नेता को भविष्य में ऐसा व्यवहार नहीं करने की चेतावनी दी है। उन्हें सभा, जुलूस, रैली, रोड शो करने और साक्षात्कार देने से रोक दिया है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने रामपुर से बीजेपी की प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर आजम खां के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था। आयोग ने रामपुर में जया प्रदा को लेकर दिए गए उनके बयान को लेकर 72 घंटों के लिए उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी थी। आजम खां ने रैली में बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। चुनाव आयोग ने छानबीन में पाया कि आजम ने रामपुर में आयोजित रैली में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया था। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।