Dhanbad Lok Sabha Election Rejult 2019: जनता ने क्रिकेटर कीर्ति को थमाई वापसी टिकट, भाजपा नेतृत्व की नजरों में बढ़ा पीएन का कद
Dhanbad कीर्ति को पराजित करने के बाद केंद्रीय नेतृत्व की नजरों में धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह का कद बढ़ गया है। सबसे ज्यादा खुश केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली होंगे।
By mritunjayEdited By: Published: Thu, 23 May 2019 08:39 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 08:39 PM (IST)
धनबाद, मृत्युंजय पाठक। दिल्ली क्रिकेट की राजनीति में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से पंगा लेना क्रिकेटर कीर्ति आजाद को मंहगा पड़ा है। जेटली से लड़ाई के बाद कांग्र्रेस के टिकट पर आजाद लोकसभा का चुनाव लडऩे धनबाद पहुंचे थे। जनता ने उन्हें वापसी का टिकट थमा दिया है। धनबाद लोकसभा क्षेत्र की चुनावी पिच पर भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह ने कीर्ति को चार लाख से ज्यादा मतों से शिकस्त दी है। राजनीति के दांवपेंच में धुरंधर माने जाने वाले पीएन ने सियासी पिच पर कीर्ति को बोल्ड कर दिल्ली आलाकमान तक अपना रंग जमा दिया है।
क्रिकेट के खेल से राजनीति में आने वाले कीर्ति झा आजाद बिहार की राजनीति के बड़े नाम-पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं। भागवत झा कांग्र्रेस की राजनीति करते थे, लेकिन बेटे कीर्ति ने भाजपा की राजनीति में चढ़ाई चढ़ी। भाजपा के टिकट पर एक बार दिल्ली के गोल मार्केट से विधायक और भाजपा के टिकट पर तीन बार बिहार के दरभंगा से सांसद रहे। बावजूद उन्हें अपनी ताकत का कुछ ऐसा भ्रम हुआ कि भाजपा के सांसद होते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से ही मोर्चा ले लिया। इसके बाद भाजपा ने उन्हें निलंबित कर दिया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी के सामने कांग्र्रेस में शामिल हुए। वे बिहार के दरभंगा से लोकसभा का चुनाव लडऩा चाहते थे लेकिन कांग्र्रेस के सहयोगी दल राजद ने यह सीट नहीं छोड़ी। तब कांग्र्रेस ने टिकट देकर धनबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे भेजा था। उन्हें कांग्र्रेस की सहयोगी पार्टी झामुमो, झाविमो और राजद का समर्थन प्राप्त था। धनबाद में कांग्र्रेस प्रत्याशी कीर्ति के पक्ष में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने रोड शो किया। बावजूद भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह के हाथों तीन लाख से ज्यादा मतों के अंतर से पराजय का सामना करना पड़ा है। कीर्ति को पराजित कर पीएन सिंह ने धनबाद लोकसभा क्षेत्र में हैट्रिक लगा दी। वह भाजपा के टिकट पर 2009 और 2014 में भी लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि कीर्ति को पराजित करने के बाद केंद्रीय नेतृत्व की नजरों में धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह का कद बढ़ गया है। सबसे ज्यादा खुश केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली होंगे। आखिर क्रिकेटर कीर्ति ने जेटली पर ही कई गंभीर आरोप लगाए थे।
क्रिकेट के खेल से राजनीति में आने वाले कीर्ति झा आजाद बिहार की राजनीति के बड़े नाम-पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं। भागवत झा कांग्र्रेस की राजनीति करते थे, लेकिन बेटे कीर्ति ने भाजपा की राजनीति में चढ़ाई चढ़ी। भाजपा के टिकट पर एक बार दिल्ली के गोल मार्केट से विधायक और भाजपा के टिकट पर तीन बार बिहार के दरभंगा से सांसद रहे। बावजूद उन्हें अपनी ताकत का कुछ ऐसा भ्रम हुआ कि भाजपा के सांसद होते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से ही मोर्चा ले लिया। इसके बाद भाजपा ने उन्हें निलंबित कर दिया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी के सामने कांग्र्रेस में शामिल हुए। वे बिहार के दरभंगा से लोकसभा का चुनाव लडऩा चाहते थे लेकिन कांग्र्रेस के सहयोगी दल राजद ने यह सीट नहीं छोड़ी। तब कांग्र्रेस ने टिकट देकर धनबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे भेजा था। उन्हें कांग्र्रेस की सहयोगी पार्टी झामुमो, झाविमो और राजद का समर्थन प्राप्त था। धनबाद में कांग्र्रेस प्रत्याशी कीर्ति के पक्ष में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने रोड शो किया। बावजूद भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह के हाथों तीन लाख से ज्यादा मतों के अंतर से पराजय का सामना करना पड़ा है। कीर्ति को पराजित कर पीएन सिंह ने धनबाद लोकसभा क्षेत्र में हैट्रिक लगा दी। वह भाजपा के टिकट पर 2009 और 2014 में भी लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि कीर्ति को पराजित करने के बाद केंद्रीय नेतृत्व की नजरों में धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह का कद बढ़ गया है। सबसे ज्यादा खुश केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली होंगे। आखिर क्रिकेटर कीर्ति ने जेटली पर ही कई गंभीर आरोप लगाए थे।
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