lok sabha election 2019: राजस्थान मे लोकसभा चुनाव का काउंट डाउन शुरू, तैयारियां तेज
lok sabha election 2019: लोकसभा चुनाव का काउंट डाउन शुरू होने के साथ ही राजस्थान में सरगर्मी तेज हो गई है। सत्ता में आने वाली कांग्रेस में आम चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन का दौर जारी है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। lok sabha election 2019: लोकसभा चुनाव का काउंट डाउन शुरू होने के साथ ही राजस्थान में सरगर्मी तेज हो गई है। दो माह पहले हुए विधानसभा चुनाव जीत कर सत्ता में आने वाली कांग्रेस में आम चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन का दौर जारी है। वहीं कम मत प्रतिशत अंतर से हारी भाजपा लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव में हार की भरपाई करने की रणनीति में लगी है। कांग्रेस और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने प्रदेश में यात्रा कर चुनाव अभियान का आगाज कर दिया।
कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति पर दोनों ही दल काम कर रहे है। पिछले विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत कर आने वाली भाजपा ने गत लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2018 में हुए लोकसभा उपचुनाव में अलवर और अजमेर की सीट कांग्रेस के हाथों गंवा बैठी। वहीं 2018 के आखिर में हुए विधानसभा चुनाव में 73 सीटों के साथ भाजपा विपक्ष में है,वहीं 100 सीटों के साथ कांग्रेस सत्ता में है।
भाजपा के सांसद मजबूत, कांग्रेस के लिए प्रत्याशियों का चयन मुश्किल
इस बार बीकानेर संभाग के तीन लोकसभा क्षेत्रों बीकानेर,श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ और चूरू पर सबकी नजर है। ये तीनों ही लोकसभा क्षेत्र पिछले तीन से चार चुनाव से भाजपा के कब्जे में रहे है। इन तीनों ही सीटों पर भाजपा के वर्तमान सांसद मजबूत स्थिति में नजर आ रहे है,जबकि कांग्रेस के लिए प्रत्याशियों का चयन करना मुश्किल काम नजर आ रहा है। कांग्रेस को आपसी गुटबाजी और मजबूत प्रत्याशी की तलाश से जूझना पड़ रहा है। बीकानेर संसदीय सीट से वर्तमान में अर्जुन मेघवाल सांसद है। यह सीट एससी के लिए आरक्षित है।
वर्तमान में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल इस सीट से सांसद है। वे लगातार दो चुनाव जीत चुके है,इससे पहले साल 2004 में फिल्म अभिनेता धमेन्द्र बीकानेर से सांसद रह चुके है। साल,2014 के आंकड़े को देखे तो मेघवाल ने कांग्रेस के शंकर पन्नू को 3 लाख 8 हजार मतों से हराया था। कांग्रेस में इस बार फिर पन्नू के साथ ही आधा दर्जन नेताओं के नामों पर विचार किया जा रहा है,जबकि भाजपा में मेघवाल का टिकट तय माना जा रहा है।
मेघवाल ने अपना चुनाव अभियान भी प्रारम्भ कर दिया है। दूसरा गांगानगर लोकसभा क्षेत्र प्रदेश के उत्तर पश्चिम छोर पर स्थित है। इस लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 8 सीटें आती है। आजादी के बाद हुए 16 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर 10 बार जीत दर्ज की, जबकि 4 चार बार भाजपा का कब्जा रहा है। वहीं 1 बार जनता पार्टी और 1 बार भारतीय लोकदल ने इस सीट पर जीत दर्ज की। भाजपा के वर्तमान सांसद निहालचंद मेघवाल इस सीट से लगातार चार बाद चुनाव जीत चुके है। वे केन्द्र में मंत्री भी रहे है। भाजपा के टिकट पर उनका फिर से चुनाव लड़ना तय है।
वहीं कांग्रेस फिलहाल सर्वे और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने में जुटी है।आपसी गुटबाजी के चलते कांग्रेस पिछले चार चुनाव में कोई मजबूत प्रत्याशी मैदान में नहीं उतार सकी है। चूरू संसदीय क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा के राहुल कस्वां सांसद है। इससे पहले उनके पिता रामसिंह कस्वां सांसद रहे। कांग्रेस इस सीट पर कांग्रेस विधायक दल के पूर्व नेता रामेश्वर डूडी को उतारने की तैयारी कर रही है। डूडी पिछला विधानसभा चुनाव नोखा सीट से हार गए थे।