ईवीएम से वीवीपैट पर्चियों के मिलान पर कांग्रेस ने छेड़ा नया राग, गड़बड़ी की स्थिति में क्या होगा एक्शन
ईवीएम से वीवीपैट पर्चियों के मिलान में यदि गड़बड़ी पाई जाती है तो उस स्थिति में क्या होगा। आयोग ने अभी तक इसे साफ नहीं किया है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। ईवीएम से 50 फीसद वीवीपैट पर्चियों के मिलान की विपक्षी दलों की मांग सुप्रीम कोर्ट ने भले ही खारिज कर दी है, लेकिन कांग्रेस यह मुद्दा छोड़ने के लिए कतई तैयार नहीं है। पार्टी ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी दल इस मुद्दे पर देशभर में राजनीतिक अभियान छेड़ेंगे और जनता को जागरूक भी करेंगे। उन्होंने इसे लेकर चुनाव आयोग को घेरने की रणनीति भी बनाई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों अपने फैसले में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच पोलिंग बूथों की ईवीएम से वीवीपैट पर्चियों के मिलान का आदेश दिया है। बावजूद इसके चुनाव आयोग ने अभी तक पर्चियों के मिलान को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है।
ईवीएम से वीवीपैट पर्चियों के मिलान में यदि गड़बड़ी पाई जाती है तो उस स्थिति में क्या होगा। आयोग ने अभी तक इसे साफ नहीं किया है। वह जल्द ही इसे लेकर विपक्षी दलों के नेताओं के साथ चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे।
वे आयोग से मांग करेंगे कि तय ईवीएम से वीवीपैट पर्चियों के मिलान में यदि गड़बड़ी पाई जाए तो पूरे निर्वाचन क्षेत्र की ईवीएम से पर्चियों को मिलान कराया जाए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के 75 फीसद मतदाताओं के बीच काम करने वाले 21 दलों का यह मुद्दा है। कोर्ट के फैसले का सम्मान है पर वह जनता के बीच इसे लेकर जाएंगे।
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