Loksabha Election 2019: प्रीतम सिंह के कद पर कांग्रेस को है पूरा भरोसा
कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह पर भरोसा जताया है। क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ ने उनके टिकट की राह आसान की है।
टिहरी, जेएनएन। लोकसभा की टिहरी सीट पर कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह पर भरोसा जताया है। उत्तराखंड बनने के बाद लगातार विधायक होने के साथ ही जनजातीय जौनसार बावर और जौनपुर रंवाई क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ ने उनके टिकट की राह आसान की। यही नहीं, प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ ही उनके पार्टी हाईकमान से अच्छे संबंधों ने भी टिकट में अहम भूमिका निभाई। पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे प्रीतम सिंह के लिए पार्टी कैडर की ओर से भी प्रत्याशी बनाए जाने की पैरवी की जा रही थी और हाईकमान ने इसका भी संज्ञान लिया गया।
टिहरी संसदीय सीट से प्रत्याशी घोषित किए गए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को राजनीति विरासत में मिली है। प्रीतम सिंह ने 1988 में चकराता के ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीतकर सियासत में कदम रखा। अविभाजित उत्तर प्रदेश में 1993 में वह चकराता विस क्षेत्र से विधायक चुने गए। उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक हुए सभी विधानसभा चुनावों में वह लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। वर्तमान में भी वह चकराता क्षेत्र से विधायक हैं। मूल रूप से देहरादून जिले के बृनाड़ गांव निवासी प्रीतम सिंह के पिता गुलाब सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं।
वह आठ बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य और मंत्री भी रहे। लंबे राजनीतिक अनुभव के बूते प्रीतम सिंह टिकट की दौड़ में शामिल अन्य दावेदारों को पछाड़कर बाजी मार ले गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के साथ-साथ हाईकमान में उनके अच्छे संबंध और राष्ट्रीय नेतृत्व के विश्वास ने भी उनके टिकट की राह को निष्कंटक बनाया। हाल में हुए निकाय चुनाव में टिहरी लोकसभा क्षेत्र की नगर पालिका व नगर पंचायत में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा की तुलना में संतोषजनक रहा। इसे भी प्रीतम की मेहनत से जोड़कर देखा गया।
एक परिचय
नाम: प्रीतम सिंह
जन्म तिथि: 4 नवंबर 1958
शिक्षा: स्नातक
व्यवसाय: राजनीति
वैवाहिक स्थिति: विवाहित
संतान: एक बेटा व एक बेटी
स्थाई पता: ग्राम व पोस्ट बृनाड़, जौनसार बावर, तहसील त्यूणी, जिला देहरादून
सियासी सफर
-1988 में चकराता के ब्लॉक प्रमुख
-1993 में उप्र विधानसभा के सदस्य
-2002, 2007, 2012 व 2017 में लगातार विधायक चुने गए
-2002 में कैबिनेट मंत्री (पंचायती राज, ग्रामीण इंजीनियरिंग, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, खेल और युवा कल्याण विभाग)
-2012 में कैबिनेट मंत्री (गृह, ग्रामीण विकास, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, लघु सिंचाई और पिछड़ा क्षेत्र विकास)
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