Lok Sabha Election 2019: गोड्डा के झाविमो प्रत्याशी प्रदीप पर लगा महिला से जबरदस्ती का आरोप
प्रदीप यादव का कहना है कि आरोप गलत है। सारा कमाल निशिकांत दुबे का है। भाजपा के लोग जान चुके हैं कि गोड्डा में हार तय है। जनमत प्रभावित करने का यह भाजपा के लोगों का अंतिम प्रयास है।
देवघर, जेएनएन। पोडैयाहाट के विधायक सह गोड्डा से झाविमो प्रत्याशी प्रदीप यादव पर उनकी ही पार्टी की एक वरीय महिला पदाधिकारी ने होटल के कमरे में बुलाकर जोर जबरदस्ती कर अस्मत लूटने के प्रयास का आरोप मढ़ा है। रांची निवासी महिला ने 20 अप्रैल की रात हुई इस घटना की जानकारी देवघर महिला थाना में दी है। महिला पदाधिकारी का आरोप है कि प्रदीप यादव इस दौरान उसका पर्स भी ले गए। उसमें दो लाख रुपये मौजूद थे। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है। देर रात तक महिला से थाने में एसडीपीओ विकास श्रीवास्तव समेत अन्य पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे थे।
महिला पदाधिकारी ने कहा है कि बीस अप्रैल को देवघर पार्टी की रैली में आई थी। रैली के बाद वह मोहनपुर में रहने वाली अपनी रिश्तेदार के घर चली गई। शाम मेरे मोबाइल पर फोन आया। हमें प्रदीप यादव ने कहा कि आप आठ बजे शिव शक्ति होटल आएं। वहां टीम के लोगों से भेंट करानी है। वहां आठ बजे अपने चालक के साथ पहुंची। उस समय वहां कोई नहीं था। तब हमने प्रदीप यादव से बात की। इसके बाद हमें कमरा नंबर 202 में बैठा दिया गया। रात 9:20 पर प्रदीप यादव आए। हमारे साथ जबरदस्ती की गई। हमें बेड पर गिरा दिया। तब हमने उनको लात मारकर दूर हटाया। उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद 9:45 पर हमारा पर्स उठाकर चले गए। उसमें दो लाख रुपये मौजूद थे। हम डर गए थे इसलिए कमरे को बंद कर बैठे रहे। इस दौरान हमको फोन कर, मैसेज व अन्य लोगों को भेजकर प्रदीप कमरे से निकलने के लिए धमकाया। सारी जानकारी पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को भी दी। उन्होंने भी मदद नहीं की। 21 अप्रैल को सुबह कमरे से बाहर निकली। अब पुलिस के पास फरियाद की है।
पिछड़ों को दबाने का यह निकृष्ट उदाहरण : प्रदीप यादव का कहना है कि आरोप गलत है। सारा कमाल निशिकांत दुबे का है। भाजपा के लोग जान चुके हैं कि गोड्डा में हार तय है। जनमत प्रभावित करने का यह भाजपा के लोगों का अंतिम प्रयास है। पर जनता से अनुरोध है कि वह धैर्य न खोए। हमने गरीब किसानों की जमीन बचाने को लड़ाई लड़ी तो इस सरकार ने जेल भेजा। 20 अप्रैल को घटना हुई और तीन मई को मामला दर्ज कराया गया। चार घंटे में ही एफआइआर भी हो गई। जबकि भाजपा के ही विधायक ढुलू महतो और सांसद रवींद्र पांडेय पर भी उनकी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने आरोप मढ़ा था। बावजूद तब जनप्रतिनिधि का मामला कह प्रकरण को अनुसंधान में डाल दिया गया। जनता समझदार है। वह सब जान रही है।
पीडि़ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
-विकास चंद्र श्रीवास्तव, एसडीपीओ देवघर
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