CM नीतीश का जनता से सवाल- जीतनराम मांझी मेरे नहीं हुए तो आपके कैसे होंगे?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को बिहार के मगध क्षेत्र के तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने क्या-क्या कहा जानिए इस खबर में।
औरंगाबाद/नवादा/गया [जागरण टीम]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मगध की धरती ज्ञान और मोक्ष की धरती रही है। यहां का गौरवशाली इतिहास है। हमें इतिहास को जानने व समझने का शौक रहा है। बिहार के गौरवशाली अतीत को वापस लाकर ऊंचाई पर ले जाना मुख्य उद्देश्य है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्हें मान-सम्मान देकर मुख्यमंत्री बनाया, वे मेरे नहीं हो सके तो आपके कैसे हो सकते हैं? उन्होंने उदय नारायण चौधरी का नाम लिए बिना छुटभैया बना बतया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मगध के तीन लोकसभा क्षेत्र औरंगाबाद, नवादा और गया में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार के ऐतिहासिक किले, गढ़ व स्थान की खोदाई कर अपने गौरवशाली इतिहास को संरक्षित करना है। औरंगाबाद के कुटुंबागढ़ से मिले साक्ष्य 10 से 15 हजार वर्ष पुराना है। 13 साल के शासन में हमने कानून का राज और न्याय के साथ हर इलाके, हर तबके का विकास किया। हमने जो काम किया, वह दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के विकास के लिए अनवरत कार्य कर रहा हूं। सामाजिक सद्भाव में न कोई धर्म न कोई जाति न कोई समुदाय देखा जाना चाहिए। कुछ लोग समाज को तोडऩे के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
महिला सशक्तीकरण पर कहा कि जब नवंबर 2005 में राज्य की बागडोर संभाला तो पंचायत चुनाव में आधी आबादी को उसका हक दिया। विद्यालयों में अत्यंत कम बालिका की उपस्थिति देख पोशाक, साइकिल योजना का शुभारंभ किया। अब गांव की गलियों से भी साइकिल से बालिकाएं स्कूल जा रही हैं। आज जीविका समूह ने महिला सशक्तीकरण को मजबूती दिया है। वर्तमान में 10 लाख समूह काम कर रहे हैं। बिहार में शराबबंदी पिछली चुनावी सभा में महिलाओं की मांग के बाद उठाया गया कदम है। सभी को आरक्षण का लाभ दिलाया।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने जिन्हें मान सम्मान देकर मुख्यमंत्री बनाया। वह मेरे नहीं हो सके तो आपके कैसे हो सकते हैं। उन्होंने उदय नारायण चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि विधानसभा स्पीकर बनाकर प्रदेश में मान सम्मान बढ़ाया। वह आज छुटभैया बनकर विपक्षी उम्मीदवार के साथ विचरण कर रहे हैं।