Chunavi किस्सा: 'हां मैं हार गया हूं...', रेडियो पर इंदिरा गांधी की सीट का परिणाम सुनकर क्यों कांग्रेसी प्रत्याशी ने कही थी ये बात?
Lok Sabha Election 2024 आपातकाल के बाद हुआ पहला लोकसभा चुनाव कई मायनों में अहम रहा था। उस चुनाव में इंदिरा गांधी को भी हार का सामना करना पड़ा था। उस वक्त का एक किस्सा साझा करते हुए एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बता रहे हैं कि कैसे आगरा में जीते हुए प्रत्याशी हारे हुए उम्मीदवार से मिलने पहुंचे तो उन्होंने अपनी हार मानने से इंकार कर दिया था।
जेएनएन, आगरा। Lok Sabha Election 2024: वह दौर कुछ अलग था। चुनाव में जीत-हार के बाद भी बैर-भाव नहीं होता था। वर्ष 1977 में आपातकाल समाप्त होने के बाद आम चुनाव की घोषणा हुई। इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की जनता पार्टी से सीधी लड़ाई थी। आगरा में कांग्रेस से सेठ अचल सिंह और जनता पार्टी से शंभूनाथ चतुर्वेदी उम्मीदवार थे।
वरिष्ठ कांग्रेसी आईडी श्रीवास्तव बताते हैं, सेठ अचल सिंह के समर्थन में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की रामलीला मैदान में चुनावी सभा हुई। वोटों की गिनती जीआईसी मैदान में हुई थी। अचल सिंह मतगणना स्थल पर न जाकर अपने बंगले पर मौजूद थे।
जनता पार्टी के प्रत्याशी को मिली जीत
चुनाव का परिणाम निकला तो शंभूनाथ चतुर्वेदी विजयी हुए। विजयी घोषित होते ही वे सीधे अचल सिंह के बंगले पर पहुंचे। उस समय वह टेलीविजन या इंटरनेट मीडिया नहीं था। रेडियो ही सूचना प्राप्त करने का एकमात्र साधन था। अचल सिंह रेडियो पर चुनाव परिणाम के समाचार सुन रहे थे। उन्होंने शंभूनाथ चतुर्वेदी से कहा, 'मैं अभी पराजय स्वीकार नहीं करता हूं।'
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एक खबर से स्वीकार की हार
इतनी ही देर में रेडियो पर समाचार आया कि रायबरेली से प्रधानमंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी इंदिरा गांधी को राजनारायण ने चुनाव में पराजित कर दिया है। अचल सिंह बोले, 'हां अब मुझे यकीन हो गया कि मैं चुनाव हार गया हूं। हमारी नेता इंदिरा गांधी ही चुनाव हार गई, तो फिर हमारी क्या बिसात है।'
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