Lok Sabha Election 2019: छत्तीसगढ़ में विकास के मुद्दे से शुरू हुई कांग्रेस की 'न्याय यात्रा'
लोकसभा चुनावों की तारीखों के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सभी सीटों में जीत का दंभ भर रही है। हाल ही में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस एक बार फिर विकास का मुद्दा बना रही है ।
रायपुर। लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गरीबों का वोट साधने के लिए न्यूनतम आय योजना (न्याय) का बड़ा दांव खेला है। अब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी है, कि वो योजना की ब्रान्डिंग कर गरीब वोटरों तक योजना की जानकारी पहुंचाए। इस कारण प्रदेश कांग्रेस रविवार को बस्तर लोकसभा सीट के किरन्दुल से न्याय यात्रा शुरू कर रही है। यात्रा में निकलने से पहले न्याय रथ की दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में पूजा की जाएगी। उसके बाद रथ किरन्दुल पहुंचेगा, वहां सीएम व पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल झंडी दिखाकर रथ को रवाना करेंगे।
शनिवार को राजीव भवन में पत्रकारवार्ता लेकर प्रदेश महामंत्री गिरीश देवांगन और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने न्याय यात्रा की जानकारी दी। त्रिवेदी ने बताया कि न्याय यात्रा की जिम्मेदारी महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस और एनएसयूआइ को दी गई है, इसलिए पत्रकारवार्ता में युवा कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्य्क्ष महेंद्र गंगोत्री व पूर्णचन्द्र कोकोपाढ़ी, एनएसयूआइ प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा और महिला कांग्रेस के तरफ से उपाध्यक्ष उषा श्रीवास्तव भी मौजूद थे। त्रिवेदी ने बताया कि यात्रा जहां पहुंचेगी, वहां के पार्टी के विधायक, अन्य जनप्रतिनिधि, मोर्चा संगठन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जिला, ब्लॉक, बूथ के कार्यकर्ता शामिल होंगे। प्रमुख जगहों पर सभा भी की जाएगी।
कांग्रेस निकाल चुकी परिवर्तन व विकास खोजो यात्रा
विधानसभा चुनाव के पहले विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने पहले परिवर्तन यात्रा शुरू की। यह यात्रा वहां से शुरू की थी, जहां 2013 के विधानसभा चुनाव के पहले झीरम घाटी कांड हुआ था। ये यात्रा पूरी नही हो सकी थी। पार्टी ने भाजपा की विकास यात्रा को फेल करने के लिए विकास खोजो यात्रा निकाल दी थी।
60 माह के अन्याय, 60 दिन के न्याय में बताएंगे फर्क
प्रदेश महामंत्री देवांगन ने बताया कि यात्रा के दौरान भूपेश सरकार ने किसानों का कर्जमाफ, 25 सौ धान का मूल्य, तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य 25 हज़ार से 4 हज़ार, आदिवासी विकास प्राधिकरण का मुखिया आदिवासी को बना, बिजली बिल आधा, वनाधिकार पट्टा की समीक्षा, लोहंडीगुड़ा की अधिग्रहित जमीन किसानों व आदिवासियों को वापस कर जो न्याय किया, उसकी ब्रांडिंग की जाएगी। मोदी सरकार के 60 माह के अन्याय और भूपेश सरकार के 60 दिन के न्याय का फर्क जनता को बताया जाएगा।
पहले चरण में 3 सीट में घूमेगा रथ
न्याय यात्रा 4 चरणों में होगी। चार चरण में पूरी 11 लोकसभा के अंतर्गत आने वाली सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में रथ पहुंचेगा। पहला चरण 31 मार्च से पांच मार्च तक चलेगा। इस चरण में रथ बस्तर, कांकेर और महासमुन्द लोकसभा सीट का दौरा करेगा।
पहले चरण में
- 28 सभा
- 06 रोड शो
- 05 पत्रकारवार्ता
- 525 किमी की यात्रा होगी