Lok Sabha Election 2019: शत्रुघ्न सिन्हा का पीएम मोदी पर निशाना, राफेल में घोटाला नहीं तो ईमानदारी से जवाब दें
Lok Sabha Election 2019. रांची के बरियातू मैदान में कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय का प्रचार करने पहुंचे बिहारी बाबू ने भाजपा छोड़ने के भी कारण बताए।
रांची, राज्य ब्यूरो। रांची में कांग्रेस और महागठबंधन के प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय का प्रचार करने पहुंचे राफेल डील पर सवाल उठाते हुए स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगते हुए पूछा है कि अगर इस मामले में कोई गड़बड़ी नहीं है तो इमानदारी और पारदर्शिता से प्रधानमंत्री जवाब क्यों नहीं देते। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए 126 विमान की जगह 36 क्यों खरीदे गए और कीमतें इतनी क्यों बढ़ी।
शत्रुघ्न सिन्हा रांची के बरियातू मैदान में लोगों को संबोधित कर रहे थे। तीन घंटे के इंतजार के बाद पहुंचे सिन्हा के भाषण के दौरान तालियां खूब बजीं और उनसे खामोश बोलने की मांग भी की गई। अपने संबोधन में उन्होंने इसके साथ ही तंज कसा की मुझे पूरा विश्वास है कि मोदी ने इस डील में कोई कमाई नहीं की है, इसके बावजूद जवाब देने से भागना तो गलत है।
इस दौरान उन्होंने भाजपा छोड़ने के कारण भी बताए और पार्टी में शीर्ष नेता नेताओं के साथ हो रहे बर्ताव की चर्चा भी की। कहा, भाजपा में जोर , जुल्म, प्रताड़ना, अहंकार और तानाशाही ने अपनी जगह बना ली है और वन मैन शो एवं 2 मैन आर्मी यही कर रही है जिसके कारण भाजपा छोड़नी पड़ी। लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के हाल पर शत्रुघ्न ने सवाल उठाए।
शत्रुघ्न ने कहा, नानाजी देशमुख और अटल जी की पार्टी में आए थे लेकिन अब इस पार्टी को एक गैंग ने पूरी तरह कब्जा कर लिया है इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति हैं जो पूर्व में तड़ीपार किए जा चुके हैं। नोटबंदी और जीएसटी को उन्होंने भाजपा की बड़ी विफलता है बताई और कहा कि ऐसी परिस्थिति में विरोध करना मेरा फर्ज था। विरोध इसलिए भी कि देश में सर्वाधिक मत प्रतिशत के अंतर से जीत मेरी हुई थी इसलिए मेरी जिम्मेदारी बड़ी है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, जिसे पप्पू पप्पू पप्पू कहते थे उसने तीन राज्यों में धूल चटा दी और अब 23 मई के ममता भाजपा को खामोश कर देगी। मोदी को बताना चाहिए कि रफेल डील में एचएएल को छोड़कर एक ऐसी कंपनी को चुना गया जिसके पास कोई अनुभव कहीं था। सुप्रीम कोर्ट दोबारा इस मामले की सुनवाई कर रही है और अब जनता को सोचना है।
2 करोड़ लोगों को सालाना नौकरी देने का वादा तो पूरा किया नहीं, पचास लाख लोगों की नौकरी इस सरकार के कारण चली गई। यह रिपोर्ट मोदी के करीबी अजीम प्रेमजी की कंपनी ने तैयार कराई है। 50 लाख का मतलब होता है रांची, पटना और लखनऊ जैसे शहरों को मिलाकर काम करनेवाली आबादी को अचानक बेरोजगार कर देना। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने भाषण के अंत में चौकीदार चोर है के नारे भी लगवाए।