Lok Sabha Elections 2019: गांधीनगर में जीत की सबसे बड़ी लकीर खींचना चाहते हैं अमित शाह
Amit Shah. अमित शाह अब गांधीनगर सीट से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी को सात लाख से अधिक मतों से परास्त करना होगा।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। भाजपा को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनाने वाले अमित शाह अब गांधीनगर सीट से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी को सात लाख से अधिक मतों से परास्त करना होगा। पाटीदार व किसानों की मदद के बिना इस लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल है। पाटीदारों के नेता सीके पटेल इन्हें साधने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गांधीनगर से ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता व स्थानीय नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे के नाम है। उन्होंने महाराष्ट्र की बीड सीट से सात लाख वोट से जीत हासिल की थी। शाह को यह रिकार्ड तोड़ने के कांग्रेसी उम्मीदवार डॉ सीजे चावड़ा को सात लाख से भी अधिक मतों से हराना होगा।
गांधीनगर पाटीदार व दरबार क्षत्रिय बहुल क्षेत्र है, पाटीदार व क्षत्रिय नेताओं के बिना फिलहाल यह संभव नजर नहीं आता है। इसलिए शाह के सिपहसालार दौड़ धूप कर रहे हैं। शाह 1997 में सरखेज विधानसभा के उपचुनाव में जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे थे, इसके बाद लगातार हर चुनाव जीतते रहे। 2012 में अंतिम विधानसभा चुनाव उन्होंने नारणपुरा से जीता। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और अगस्त 2017 में राज्यसभा सदस्य चुने गए। भाजपा ने अमित शाह को गांधीनगर संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी इस सीट से 1998 से लगातार जीतते रहे हैं।
अमित शाह गांधीनगर शहर के अलावा हर गांव-ढाणी, बूथ से हर तरह वाकिफ हैं। उनका विधानसभा क्षेत्र नारणपुरा भी गांधीनगर में ही आता है। गांधीनगर संसदीय क्षेत्र में सात विधानसभा हैं। इनमें से गांधीनगर उत्तहर, कलोल पर कांग्रेस का कब्जा है। साणंद, वेजलपुर, घाटलोडिया, नारणपुरा, साबरमती पर भाजपा का कब्जा है।
मुख्यी चुनाव अधिकारी डॉ एस मुरली कृष्णा के अनुसार फरवरी 2019 तक गांधीनगर सीट पर कुल 19 लाख 21 हजार 375 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। 2014 के संसदीय चुनाव में इस सीट पर 11 लाख 35 हजार मत पड़े। आडवाणी चार लाख 83 हजार मतों से विजेता बने थे। शाह अब इस जीत को सात लाख के पार ले जाना चाहते हैं। इसके लिए शाह अब तक दो बार रोड शो व जनसंपर्क कर चुके हैं, रविवार को शाह कलोल में डॉ भीमराव अंबेकर की प्रतिमा का माल्यार्पण कर रोड शो की शुरुआत करेंगे।
लोकसभा की पांच बड़ी जीत
-प्रीतम मुंडे, भाजपा, सात लाख वोट से, बीड, महाराष्ट्र,, 2014 संसदीय उपचुनाव
-अनिल बसु, सीपीआइएम, 5,92 लाख वोट से, आरामबाग, पश्चिम बंगाल, 2004
-पीवी नरसिम्हा राव, कांग्रेस 5,80 लाख वोट से, नांदयाल, आंध्र प्रदेश, 1996
-नरेंद्र मोदी, भाजपा, 5,70 लाख वोट से, वडोदरा, गुजरात, 2014
-रामविलास पासवान, एलजेपी, 5.04 लाख वोट से, हाजीपुर, बिहार, 1989