इस बार इंदौर जिले में 47 हजार युवा पहली बार लोकसभा चुनाव में डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव में इस बार इंदौर जिले के करीब 47 हजार युवा पहली बार वोट डालेंगे। पहली बार वोट डालने वाले युवाओं के नाम जोड़ने में इंदौर जिला प्रदेश के अन्य जिलों से आगे है।
उदय प्रताप सिंह, इंदौर। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखें तय करने से पहले ही जिला प्रशासन ने मतदाता सूची अपडेट कर ली है। लोकसभा चुनाव में इस बार इंदौर जिले के करीब 47 हजार युवा पहली बार वोट डालेंगे। पहली बार वोट डालने वाले युवाओं के नाम जोड़ने में इंदौर जिला प्रदेश के अन्य जिलों से आगे है। इस वर्ष जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा इंदौर जिले में एक लाख 34 हजार 131 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए। विधानसभा चुनाव में इंदौर जिले की मतदाता सूची में 24 लाख 80 हजार 68 मतदाता थे। चार माह में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 25 लाख 70 हजार 450 हो गई है। इस तरह मतदाता सूची में चार माह में 90,382 मतदाता बढ़ गए। जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा पिछले एक साल में मतदाता सूची में 96 हजार 814 मतदाताओं के नाम हटाए गए। इसमें वो मतदाता है जिनका निधन हो गया या फिर कई मतदाता शहर छोड़कर अन्य किसी शहर में चले गए। इसके अलावा जिन मतदाताओं सूची में एक से ज्यादा जगह नाम थे वो भी हटाए गए।
51696 पर मैसेज भेजकर जान सकेंगे अपना मतदान केंद्र
निर्वाचन आयोग इस बार मतदाताओं को एक मैसेज के माध्यम से अपने मतदान केंद्र की जानकारी प्राप्त करने की सुविधा दे रहा है। कोई भी व्यक्ति निःशुल्क अपने मोबाइल से 51696 नंबर पर कैपिटल में एमपी ईपीआईसी और वोटर आईडी का नंबर भेजकर मतदाता सूची में अपना नाम, सीरियल क्रमांक व मतदान केंद्र क्रमांक की जानकारी ले सकेगा। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1950 पर कॉल करके भी जानकारी ली जा सकेगी।
एनवीएसपी पोर्टल के जरिए जुड़वा सकते हैं नाम
सभी विधानसभा कार्यालय के सहायता केंद्रों में जाकर मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने की सुविधा दी जा रही है। शहरी विधानसभाओं के लिए कलेक्टोरेट परिसर में ये कार्यालय बनाए गए हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तहसील मुख्यालय में यह सुविधा है। जो लोग नेट सर्फिंग करते हैं और वे यदि वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाना चाहते हैं या नाम की प्रविष्टि में कोई संशोधन करवाना चाहते हैं तो वे घर बैठे ये काम कर सकते हैं। उसके लिए इंटरनेट पर नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) पर लॉगइन कर आवेदन करना होगा।
एजुकेशन हब होने से ज्यादा हैं युवा मतदाता
एजुकेशन हब होने से इंदौर में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। हमने ज्यादा से ज्यादा युवाओं के नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में कैम्पस एबेंसडर नियुक्त किए। इसके अलावा नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किए। कॉलेज में प्रवेश लेने वाले हर छात्र का वोटर आईडी बनवाया। शैक्षणिक संस्थानों से यह प्रमाण पत्र भी लिया गया कि उनके यहां पर कोई भी छात्र ऐसा नहीं जिसका वोटर आईडी नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश में सबसे ज्यादा युवा वोटर्स के नाम जोड़े जाने का काम इंदौर में हुआ है।
जितेंद्र चौहान, निर्वाचन पर्यवेक्षक, इंदौर