Jharkhand Assembly Election 2019 :जहां पान खाते हैं सीएम, वहां खूब सज रही सियासी चौपाल chunavi chaupal
Jharkhand Assembly Election 2019. जहां सीएम पान खाते हैं वहां सियासी चौपाल खूब सज रही है। रघुवर-सरयू की चर्चा है और युवा-बुजुर्ग सभी अपना-अपना आकलन लगा रहे हैं।
जमशेदपुर, अमित तिवारी। Jharkhand Assembly Election 2019 बिष्टुपुर गोलचक्कर स्थित पी गोविंद राजू की पान दुकान पर मुख्यमंत्री रघुवर दास की पान खाते एक तस्वीर लगी हुई है। शनिवार की दोपहर उसपर चर्चा छिड़ी हुई थी। गोलमुरी स्थित नामदा बस्ती निवासी परवीन सिंह भी पान के बहुत शौकीन हैं। वह भी पान खाने पहुंचे।
इस दौरान उनकी नजर जब सीएम की तस्वीर पर पड़ी तो पूछ डाला कि यह तस्वीर कब की है? लगता है सीएम साहब भी पान के शौकीन हैं। इसका जवाब देते हुए दुकानदार राजू कहते हैैं कि मुख्यमंत्री साहब भी पान के बहुत शौकीन हैं। 10 अक्टूबर 2018 को वह मेरी दुकान पर पान खाने आए थे। हालांकि, वैसे वे करीब बीते 35 साल से मेरे यहां आते रहे हैं। जब वे विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए थे तभी से। बात बढ़ी तो और बढ़ती गई। राजनीतिक चौपाल तुरंत ही सज गई।
बिष्टुपुर निवासी रंजन चौधरी कहते हैैं, मजा तो पूर्वी जमशेदपुर में देखने को मिल रहा है। चाचा (सरयू राय) तूफानी दौरे पर हैैं। मुकाबला दिलचस्प हो गया है। उनकी बातों को काटते हुए रंजन कहते है मुख्यमंत्री को हराना आसान नहीं है। वह 1995 से उस क्षेत्र से जीतते आ रहे हैं। सिंहभूम चैैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया कहते है मंदी, बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। सिंहभूम चैैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष भरत वसानी कहते हैं बाजार की हालत ठीक नहीं है। महेश सोंथालिया कहने लगे, हाथी तो उड़ा नहीं पाए। केंद्रीय योजनाओं के भरोसे ही चली सरकार। सभी को बीच में रोकते राजू कहने लगे, सीएम साहब ने पांच साल तक राज्य का विकास किया, लेकिन सरयू राय की पहचान बड़े नेताओं में होती है। हालांकि, अभी कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा। वोटरों का रुख पलभर में बदल जाता है। वे गर्व से सीना चौड़ा करते हुए कहने लगे, केंद्रीय मुंडा अर्जुन मुंडा भी मेरे यहां पान खाने आते हैैं। चर्चा में अजय चेतानी, राम कुमार सिंह सहित अन्य ने भी अपनी राय रखी।
सिदगोड़ा में डोसा खाना नहीं भूलते सीएम
सिदगोड़ा क्षेत्र में विजय कुमार का साउथ इंडियन ठेला पुराना है। यहां रघुवर दास जब मुख्यमंत्री नहीं बने थे तभी से डोसा खाने आते हैैं। अंतिम बार दुर्गापूजा में यहां पहुंचे थे। सीएम साहब की वजह से विजय कुमार का ठेला ग्राहकों के बीच खास मायने रखता है। शनिवार को दैनिक जागरण की टीम जब वहां पहुंची तो विजय ठेला के पास नहीं थे। उनका पुत्र संजय कुमार दुकानदान संभाल रहे थे। यहां बारीडीह, बागुननगर, सिदगोड़ा व उसके आस-पास के क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे थे। कविता देवी से जब दैनिक जागरण की टीम ने चुनावी माहौल जानने की कोशिश की तो कहा-भइया इसबार कुछ कहा नहीं जा सकता। मुकाबला सरयू राय से है। इसलिए बागुननगर का माहौल इसबार कुछ अलग लग रहा है। वहीं शंकर पोद्दार कहते हैैं कि सरयू राय सिर्फ मीडिया में ही दिख रहे हैं। जमशेदपुर पूर्वी में उनकी जमीनी पकड़ कुछ भी नहीं है। इसका जवाब देते हुए नरेंद्र तिवारी कहते है कि पकड़ कितनी है, यह तो चुनाव का परिणाम ही बताएगा। पहली बार पूरा समाज एकजुट होता दिख रहा है।