Jharkhand Assembly Election 2019: मधुपुर में बन रहा विकास का पुल पर साफ पानी का है इंतजार
Jharkhand Assembly Election 2019. मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में बिजली की स्थिति सुधरी लेकिन जीरो कट अब भी सपना है। इको और विलेज टूरिज्म भी सरजमीं पर नहीं उतरा।
देवघर, जासं। Jharkhand Assembly Election 2019 - मधुपुर विधानसभा क्षेत्र की पहचान बेहतर आबोहवा के नाते रही है। पतरो, जयंती और अजय नदी, बुढ़ैई पर्वत, बकुलिया झरना के साथ पथरौल रक्षा काली मंदिर और फागो काली मंदिर भी मधुपुर की विशिष्टता बढ़ाते हैं। पिछले पांच साल में मधुपुर को नई सरकारी सौगात मिली हैं, तो कई पुराने घाव अभी भी नहीं भरे हैं। 14 करोड़ की लागत से पतरो नदी पर 408 मीटर लंबा पुल बन रहा है। मानपुर और सिंघो के बीच।
यह पुल बन गया तो मधुपुर से देवघर की दूरी महज 28 किमी हो जाएगी। अभी देवघर जाने के लिए 40 किमी का सफर तय करना पड़ रहा है। देवघर तक शानदार सफर करने के लिए 120 करोड़ की लागत से चांदडीह से मधुपुर तक सड़क बन चुकी है। हालांकि, राह में समस्या भी है। मधुपुर का फ्लाईओवर ढाई साल से अधूरा है। जाम ही जाम। जाम से निकल जाएंगे तब शुरू हो सकेगा सफर। मधुपुर के लोगों को पीने का शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। 1984 में पूर्व सांसद जगदंबी प्रसाद यादव और पूर्व विधायक डा अजीत बनर्जी के प्रयास से मधुपुर में जलापूर्ति परियोजना शुरू हुई थी।
आबादी कम थी। परियोजना छोटी। अब अधिकतर लोगों को पानी नहीं मिल पाता। मधुपुर शहर के साथ आसपास के कस्बाई इलाके की आबादी के लिए बड़ी जलापूर्ति परियोजना का काम प्रगति पर है। एक से डेढ़ साल और इंतजार करना होगा। तब तक मधुपुर के लोगों को पानी के लिए इंतजार करना होगा। राजापीठा में पोलिटेकनिक का राज पलिवार ने शिलान्यास किया और उदघाटन भी।
एक बैच की पढ़ाई हो चुकी है। मधुपुर में बिजली ग्र्रिड बन चुका है तो मोहनपुर, गोविंदपुर, खटको और करो में सब स्टेशन भी। 16 से 20 घंटे लोगों को बिजली मिल रही है। यद्यपि, वायदा था जीरो कट बिजली का। मधुपुर में इको और विलेज टूरिज्म को विकसित करने की बातें होती रही है। पांच साल पहले चुनावी भाषणों में यह बात कही गई थी कि इको टूरिज्म से यहां रोजगार का सृजन होगा। सरजमीं पर कुछ नहीं हुआ है।
सड़कों का बिछाया जाल, जलापूर्ति योजना पर चल रहा काम
मधुपुर में सड़कों का जाल बिछ चुका है। शायद ही कोई गली बची है जहां सड़क नहीं है। आरइओ की सड़कों को बनाने में 12 सौ करोड़ खर्च किए गए हैं। 72 करोड़ की लागत से बन रही मधुपुर शहरी जलापूर्ति परियोजना से अगले साल सभी घरों में पानी जाने लगेगा। मारगोमुंडा प्रखंड के घर-घर में जल संयोजन के लिए 325 करोड़ की परियोजना चल रही है।
125 से खसपेका में भी जलापूर्ति परियोजना अंतिम चरण में है। रोजगार मेला का आयोजन कर हजारों लोगों को रोजगार दिए गए हैं। अगला लक्ष्य मधुपुर कॉलेज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू कराने की है। पर्यटन की दिशा में अगली बार और काम होंगे। -राज पलिवार, विधायक।
शुद्ध पानी तक मुहैया नहीं करा पाए पांच साल में
मधुपुर के लिए मुख्यमंत्री और मंत्री राज पलिवार ने मधुपुर में आकर क्या क्या घोषणा की है, पांच साल का अखबार उठा कर देख लीजिए। श्रम मंत्री रहते करौ प्रखंड में इएसआइ अस्पताल नहीं बन सका है, न आदिवासी आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया। ऐसी स्थानीयता नीति बनवा दी है कि मधुपुर में रहने वालों की जगह दूसरे राज्यों के लोगों को सरकारी नौकरी मिल रही है।
पांच साल से मधुपुर के लोगों को पीने का शुद्ध पानी तक नहीं मिल सका है। किसानों से बात कीजिए। सिंचाई के लिए इस सरकार ने कुछ भी नहीं किया है। श्रावणी मेला के लिए लोग मधुपुर से होकर जाते हैं। धार्मिक पर्यटन का मधुपुर का कोई फायदा नहीं मिला है। -हाजी हुसैन अंसारी, पूर्व विधायक।
मतदाता का मूल्यांकन
होल्डिंग टैक्स की दर बढ़ गई थी। इसे विधायक ने कम करा दिया तो बहुत राहत मिली। मधुपुर में पैदल चलने के लिए फुटपाथ बननी चाहिए। सड़क जाम की समस्या से निजात नहीं मिल सकी है। -अवधेश कुमार ओझा, नौकरीपेशा, शेखपुरा मोहल्ला। 8/10 अंक।
अनुमंडल स्थापना दिवस पर मधुपुर महोत्सव के तहत शुरू हुआ भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हमेशा याद रहेगा। मधुपुर की यातायात व्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है। हर कोई परेशान है। -महेश कुमार कलबलिया, व्यवसायी, रामयश रोड। 7/10 अंक।
राज पलिवार से व्यक्तिगत तौर पर मिला जाय तो निराश नहीं करते। बहुत काम हुए हैं। सिंचाई के लिए कुछ नहीं हुआ है। किसान रहेंगे तभी तो भोजन मिलेगा। पानी के कारण लोग खेती छोड़ रहे हैं। -त्रिलोचन मंडल, किसान, ग्राम मोहनपुर। 6/10 अंक।
राज पलिवार का व्यवहार इतना बढिय़ा है कि सिर्फ इसीलिए उन्हें वोट दे देंगी। समस्या बता देने पर समाधान के लिए जरूर प्रयास करते हैं। बिजली संकट दूर करने के लिए बहुत कुछ किए हैं। -सरिता देवी, गृहिणी, कुंडू बंगला। 8/10 अंक।
विकास कार्य में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी अधिक है। मधुपुर में सड़क जाम रहता है। मधुपुर में साफ सफाई ठीक से नहीं होती। प्लास्टिक से हटाने की बात सिर्फ भाषण तक न रहे। इस सरकार में लोग बोलते अधिक है, करते कम। -सीताराम साह, सामाजिक कार्यकर्ता, सिंघो। 4/10 अंक।
राज पलिवार की खासियत यह है कि जाति या धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं करते। दीर्घकालिक समाधान के बारे में सोचते हैं। मधुपुर में अतिक्रमण की समस्या का समाधान होना चाहिए। -नीलू देवी, सामाजिक कार्यकर्ता, शेखपुरा मोहल्ला। 7/10 अंक।
पांच बड़े मसले
मधुपुर नहीं बन पाया जिला
मुख्यमंत्री ने मधुपुर को जिला बनाने की घोषणा की है। राज पलिवार ने चुनाव के वक्त बुढ़ई और सिमरा को प्रखंड बनाने की बात कही थी। न मधुपुर जिला बना और न बुढ़ई और सिमरा प्रखंड। विरोधी रह रह कर चुटकी ले रहे हैं।
राज पलिवार : बुढ़ई और सिमरा को प्रखंड बनाने की संचिका को आगे बढ़ाया है। प्रयास में कमी नहीं की है। मौका मिला तो इसके लिए जरूर प्रयास करेंगे।
हाजी हुसैन : फौजदारी बाबा के दरबार बासुकीनाथ में सीएम ने मधुपुर को जिला बनाने की घोषणा की थी। फौजदारी बाबा के यहां कही बात पूरी नहीं की गई।
स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल
मधुपुर रेफरल अस्पताल को अनुमंडल अस्पताल का दर्जा मिला। पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण शुरू हो गया। अनुमंडल अस्पताल का हालांकि मरीजों को उतना लाभ नहीं मिल रहा है।
राज पलिवार : अनुमंडल अस्पताल बनवा तो दिया। चिकित्सक एवं उपकरण की कमी जरुर है। यह पूरे प्रदेश की समस्या है। मरीजों को लाभ मिलेगा।
हाजी हुसैन : रेफरल का नाम बदल अनुमंडल करने से लोगों की बीमारी ठीक नहीं होगी। किसी उप स्वास्थ्य केंद्र में जाइए, आपको डाक्टर नहीं दिखेंगे।
शुद्ध पीने के पानी को तरहते लोग
मधुपुर के लोगों को पीने का शुद्ध पानी अभी नहीं मिल रहा है। काम जरूर चल रहा है। गर्मी में पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर गए। हालांकि, कई जलापूर्ति परियोजनाएं प्रगति पर है।
राज पलिवार : मधुपुर में पेयजल संकट दूर करने के लिए तकरीबन 500 करोड़ की योजनाएं प्रगति पर है। एक साल बाद पानी का संकट हमेशा के लिए छू मंतर।
हाजी हुसैन : पांच साल में लोगों को पानी नहीं पिला सके हैं तो और क्या उम्मीद की जाय। कमीशनखोरी नहीं होती तो अभी तक जलापूर्ति शुरू हो जाती।
जीरो कट बिजली सपना
16 से 20 घंटे तक मधुपुर में बिजली की आपूर्ति जरूर हो रही है। बिजली ग्र्रिड एवं कई सब स्टेशन बनाए जा चुके हैं। उम्मीद है कि भविष्य में बिजली और बेहतर होगी।
राज पलिवार : मधुपुर ग्र्रिड को जसीडीह ग्र्रिड से जोड़ दिया गया है। कभी दिक्कत होगी तो जसीडीह ग्र्रिड से बिजली मिलती रहेगी। बिजली संकट हमेशा के लिए खत्म।
हाजी हुसैन : ग्र्रिड और सब स्टेशन बन गया तो भी गर्मी के दिनों में मधुपुर के लोग पसीने में तर बतर दिखे। जब इतना कुछ किया तो बिजली क्यों नहीं दिया।
जाम है आम
सूर्योदय के बाद मधुपुर में प्रवेश करें तो सिर्फ जाम और जाम दिखेगा। पूरे शहर में सड़क का अतिक्रमण कर लिया गया है। रेलवे ओवरब्रिज नहीं बना है। मधुपुर के लोग जाम के कारण निकलना नहीं चाहते।
राज पलिवार : रेलवे ओवरब्रिज बन जाएगा तो जाम से मुक्ति मिल जाएगी। जाम नहीं लगने देने के लिए सभी चौक चौराहे पर सिपाही लगवा दिए गए हैं।
हाजी हुसैन : डबल इंजन की सरकार में रेलवे का ओवरब्रिज ढाई साल में भी अधूरा है। फिर बोल रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार के लिए वोट दीजिए।
2014 का चुनाव परिणाम
राज पलिवार (भाजपा) : 74,325
हाजी हुसैन अंसारी (झामुमो) : 67,441
जीत का अंतर : 6,884 वोट
मधुपुर में मतदाता
महिला : 1,41,258
पुरुष : 1,60,885
कुल : 3,02143
विधायक निधि का उपयोग
वित्तीय वर्ष : खर्च का प्रतिशत
2015-16 : 100
2016-17 : 100
2017-18 : 100
2018-19 : 100
2019-20 : 80