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Jharkhand Election Result 2019: रघुवर बोले, भाजपा की नहीं-यह मेरी हार, हमने पूरी ईमानदारी से काम किया

Jharkhand Election Result 2019 रघुवर दास ने कहा मैं मानता हूं कि मेरी हार है। राज्य की जनता ने जो जनादेश दिया था उसके मुताबिक हमने काफी कोशिश की कि लोगों तक विकास पहुंचे।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 08:14 AM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 08:14 AM (IST)
Jharkhand Election Result 2019: रघुवर बोले, भाजपा की नहीं-यह मेरी हार, हमने पूरी ईमानदारी से काम किया
Jharkhand Election Result 2019: रघुवर बोले, भाजपा की नहीं-यह मेरी हार, हमने पूरी ईमानदारी से काम किया

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Election Result 2019  मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चुनावी रुझान के बीच दोपहर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जो भी आंकड़े आ रहे हैं, उसका वे स्वागत करते हैं। जनादेश स्वीकार है। प्रदेश की सवा तीन करोड़ जनता को मैं साधुवाद देता हूं। मैंने पांच साल पूरी ईमानदारी से राज्य की जनता की सेवा करने की कोशिश की। राज्य गठन होने के बाद जिस तरह की विकास की गंगा बहनी चाहिए, उसके लिए हमारी सरकार ने पूरे प्रयास किए हैं। चुनाव का नतीजा अभी घोषित नहीं हुआ है, फिर भी जो नतीजों के रुझान आ रहे हैं, मैं उनका स्वागत करता हूं। पूरा रुझान आ जाने के बाद मैं आप लोगों से फिर से मिलूंगा। नतीजे आने के बाद अगर बीजेपी हारती है, तो मैं मानता हूं कि मेरी हार है। राज्य की जनता ने जो जनादेश दिया था, उसके मुताबिक हमने काफी कोशिश की कि लोगों तक विकास पहुंचे।

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सरयू की जीत और रघुवर की हार के चार कारण

  • अति उत्साह, जीत को लेकर 
  • सरयू राय का टिकट कटने से उपजा रोष
  • कार्यकर्ताओं मेें नाराजगी, भाजपा कैडर का भितरघात
  • स्टार प्रचारक बने रहे लेकिन नहीं दिया अपने विधानसभा क्षेत्र में पूरा समय

सरयू राय की जीत के कारण

  • स्वच्छ व निडर छवि, मृदुभाषी 
  • मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत का हौसला
  • टिकट कटने से मिली जनता की सहानुभूति
  • रघुवर विरोधी खेमे का मिला साथ

रघुवर दास अंत तक आश्वस्त थे कि जमशेदपुर पूर्वी सीट पर उन्हीं की जीत होगी। इसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार मानते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया। रघुवर दास झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री रहे, जिन्होंने पूरे पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। हालांकि, इस चुनाव में वह खुद भी नहीं जीत सके। उन्हें जमशेदपुर पूर्वी सीट से बीजेपी के ही बागी सरयू राय से करीब 16 हजार मतों से हार का मुंह देखना पड़ा।

उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उम्मीद जताई कि हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनने वाली नई सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं, उम्मीदों पर खरी उतरेगी। उन्होंने कहा, जनादेश बीजेपी के पक्ष में नहीं आया, लेकिन हम लोगों के फैसले का सम्मान करते हैं। मुझे उम्मीद है कि हेमंत सोरेन और उनकी सरकार लोगों के सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करेगी।


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